JNU हिंसा पर बोलीं स्मृति ईरानी: शैक्षिक संस्थानों को राजनीतिक अखाड़ा ना बनाया जाए

punjabkesari.in Monday, Jan 06, 2020 - 01:03 PM (IST)

अमेठी: केन्द्रीय मंत्री स्मृति ईरानी एक दिवसीय दौरे पर अपने संसदीय क्षेत्र अमेठी पहुंची। कार्यक्रम की शुरुआत स्मृति ने फुरसतगंज स्थित सीएचसी में रोगी आश्रय स्थल का उद्धघाटन कर के किया। वहीं जब उनसे जेएनयू हिंसा पर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि शैक्षिक संस्थानों को राजनीतिक अखाड़ा ना बनाया जाए। हमारे जितने भी छात्र हैं उनके जीवन पर असर पड़ता है। सांसद हूं राजनीति का अखाड़ा राजनीतिक तक ही इस्तेमाल किया जाय।

स्मृति ईरानी ने कहा कि इस प्रकरण में रात में ही कांग्रेस ने अपने विचार व्यक्त किया था। वर्तमान में एक इनवेस्टिगेशन ऑन गोइंग है। इस लिए इस मामले में ज्यादा टिप्पणी करना उचित नहीं होगा। मैं आशावादी हूं, निश्चित रूप से इस विषय की तह तक जाया जाएगा, न्याय मिलेगा और सत्य जनता के सामने उभरकर सामने आएगा। 

प्रियंका गांधी वहां पर तुरंत पहुंच गईं थीं के सवाल पर स्मृति ईरानी ने कहा कि मैं इतना ही कहना चाहूंगी कि राहुल गांधी के कांग्रेस अध्यक्ष की अटकलें देखते हुए स्वाभाविक है जो लोग एक विशेष स्थान पार्टी में पाना चाहते थे वह कहीं न कहीं हेड लाइन चेजिंग करेंगे। श्रीमती वाड्रा उसमें दिखती हैं। कांग्रेस का ये अंदरूनी मामला है इसलिए मेरी उसमें ज्यादा रूचि लेने की जरूरत भी नहीं है। हिंसा में एबीवीपी का नाम आ रहा है के सवाल पर कहा कि लेफ्ट के नेता और लेफ्ट की पार्टी जनता से सामने वर्षों से उभरकर सामने आ रहे हैं। 

राजस्थान में बच्चों की मौत क्या कहा?
राजस्थान में लगातार हो रहे बच्चों की मौत के सवाल पर केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा कि जब स्वास्थ्य की व्यवस्थाओं में कोई आता है तो इस अपेक्षाओं के साथ आता है कि भले ही उसके पास पैसे ना हों लेकिन वह सरकारी संस्थानों के माध्यम से उसको संरक्षण सेवा प्राप्त हो। यह जिम्मेदारी बनती है उसको देखते हुए तत्परता से समाधान किया जाता है। अगर कोई चुनौती आती है तो अस्पताल के जो मेडिकल ऑफिसर हैं वह जिम्मेदार होंगे। 

Ajay kumar