यहां के इंजीनियरिंग कॉलेज में दाखिला लेने से कतराते हैं Students, जानिए वजह

punjabkesari.in Thursday, Aug 03, 2017 - 11:20 PM (IST)

लखनऊ : यूपी के तकनीकी संस्थानों में एडमिशनों का बहुत बुरा हाल है। प्रदेश ही देश के युवाओं को भी यहां पढ़ाई करना नहीं भाता है। इसके चलते यूपी के इंजीनियरिंग कॉलेज तोड़ते दिखाई दे रहे हैं। हालात इतने बुरे हैं कि 326 संस्थानों में एक भी छात्र ने एडमिशन नहीं लिया है। एेसे में इन संस्थानों में पूरी की पूरी सीटें खाली की खाली पड़ी हुई हैं। 

एपीजे अब्दुल कलाम टेक्निकल यूनिवर्सिटी से संबद्ध 584 संस्थानों में दाखिला लेने की तारीख लगभग खत्म होने वाली है। बावजूद इसके 326 ऐसे संस्थान हैं जहां सिंगल सीट पर भी एडमिशन नहीं हुआ है। ये ऐसे संस्थान हैं जिसे छात्रों ने पूरी तरह से खारिज कर दिया है, जिसके चलते इन संस्थानों में इस सत्र के लिए किसी भी छात्र ने दाखिला नहीं लिया है। 

पांच दौर की काउंसलिंग की काउंसिलंग में 134 संस्थान में महज 1-9 छात्रों ने दाखिला लिया है। लखनऊ के 28 संस्थानों में एलॉटमेंट कराने के बाद भी किसी छात्र ने दाखिला नहीं लिया। वहीं 18 कॉलेज ऐसे हैं जहां एक भी छात्र ने एलॉटमेंट नहीं कराया है। इसका मतलब साफ है कि संस्थान छात्रों को अपनी ओर आकर्षित करने में पूरी तरह से विफल रहे हैं। 

सिर्फ 34 संस्थान में 50 से अधिक छात्र वहीं 76 संस्थान ऐसे हैं जहां 11 से छात्रों ने पंजीकरण कराया है। सिर्फ 34 ऐसे संस्थान हैं जिसमें सरकारी संस्थान भी शामिल हैं जहां 50 से अधिक छात्रों ने दाखिला लिया है। ऐसे में आप इस बात का अंदाजा लगा सकते हैं कि यूपी में इन संस्थानों की क्या हालत है और यह किस स्तर की सुविधाएं और शिक्षा छात्रों को मुहैया करा रहे हैं। 

एकेटीयू के वीसी विनय पाठक का कहना है कि मौजूदा समय में इंजीनियरिंग के लिए दुनियाभर के छात्रों में रुचि घटी है और यह कई देशों में देखने को मिल रहा है। छात्र मौजूदा समय में गुणवत्तापरक और रोजगार परक सोच रखते हैं, वह उन्हीं संस्थानों का रुख करते हैं जहां ट्रेनिंग और प्लेसमेंट सेल होती है, इसके साथ ही छात्र उन संस्थानों का रुख करते हैं जहां बेहतर शिक्षण का काम हो रहा है।