विवादाें में घिरी फर्रुखाबाद की इंटरमीडिएट टॉपर बनी छात्रा

punjabkesari.in Friday, May 04, 2018 - 12:42 PM (IST)

फर्रुखाबाद(दिलीप कटियार)-यूपी बाेर्ड की इंटरमीडिएट परीक्षा में फर्रुखाबाद की टॉपर का मामला विवादों में फंस गया है। टॉपर छात्रा निधि यादव ने इलाहाबाद बोर्ड में इंटर टॉप करने के साथ सीबीएससी बोर्ड से भी परीक्षा दी है। इस साल यूपी बोर्ड से जिला टॉप किया तो इसी सत्र में सीबीएसई बोर्ड से भी इंटर की परीक्षा दी है। यूपी बोर्ड की इंटरमीडिएट परीक्षा में उसे 89.8 फीसद अंक मिले हैं, जबकि सीबीएसई के रिजल्ट का इंतजार है। एक ही वर्ष में छात्र का दो बोर्ड में परीक्षा देना और दोनों स्कूलों में लगातार उपस्थिति आश्चर्य का विषय बन गया है। 

बहोरिकपुर में गजेंद्र सिंह मीरा देवी बालिका इंटर कालेज के प्रबंधक गजेंद्र सिंह की पुत्री इसी कालेज से यूपी बोर्ड की इंटर की परीक्षार्थी थी। छात्र ने 449 अंक पाए तो पूरे जिले में नाम रोशन कर दिया। परिवार से लेकर अध्यापकों ने भी वाहवाही लूटी। बाद में पता चला कि वह शहर के ही एक कान्वेंट स्कूल की भी कई वर्षों से छात्र है और उसने सीबीएसई बोर्ड की12वीं की परीक्षा आर्मी पब्लिक स्कूल में बनाये गए सेंटर पर दी है।

सीबीएसई बोर्ड की परीक्षार्थी के रूप में उसका अनुक्रमांक 5650854 है, जबकि यूपी बोर्ड में 1252975 है। सीबीएसई में इंग्लिश की परीक्षा पांच मार्च को सुबह 10.30 बजे से शुरू हुई। इसके अलावा फिजिक्स की परीक्षा सात मार्च को सुबह 10.30 बजे से थी। तीन घंटे की परीक्षा दोपहर 1.30 बजे खत्म हुई। उधर, यूपी बोर्ड की जीव विज्ञान की परीक्षा दोपहर दो बजे से थी। सात मार्च को जीव विज्ञान द्वितीय प्रश्नपत्र की परीक्षा दोपहर दो बजे थी। फरुखाबाद शहर में आर्मी पब्लिक स्कूल (कैंट) से यूपी बोर्ड के परीक्षा केंद्र बहोरिकपुर के बीच की दूरी 40 किलोमीटर है। ऐसे में दोनों केंद्रों की दूरी को सिर्फ आधे घंटे में कैसे नापा जा सकता है। 

कॉलेज प्रबंधक व पिता गजेंद्र सिंह ने साधी चुप्पी 
इस सवाल पर छात्र के कालेज प्रबंधक पिता गजेंद्र सिंह चुप्पी साध ली है। 

दो बोर्ड से परीक्षा नहीं दे सकते काेई भी छात्र- वित्त लेखाधिकारी 
उप जिला विद्यालय निरीक्षक वित्त लेखाधिकारी राजीव कुमार मिश्रा ने बताया कि जिला टॉप करने वाली लड़की दो जगह परीक्षा देने का मामला संज्ञान में आया है। कोई भी छात्र या छात्रा दो बोर्ड से परीक्षा नहीं दे सकती है। जांच कराकर दोषी पाए जाने पर कार्रवाई की जायेगी।


 

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