आजम खान ने बाप-बेटे में सुलह कराने से किया तौबा

punjabkesari.in Monday, Jan 09, 2017 - 03:58 PM (IST)

लखनऊ: लखनऊ: समाजवादी पार्टी में बाप-बेटे के बीच हो रहे घमासान को शांत कराने की कोशिश में लगे कैबिनेट मंत्री आजम खान ने भी तौबा कर लिया है।राजधानी लखनऊ में जब उनसे पत्रकारों ने सवाल किया कि क्या अब दोनों नेताओं में सुलह हो जाएंगे। इस सवाल का जवाब देते हुए आजम ने कहा कि मैंने अब समझौते की कोशिश छोड़ दी है। मैं अब हार मान चुका हूं। 

लड़ाई से प्रदेश के मुसलमान चिंतित 
आजम खान ने कहा कि सपा में पारिवारिक लड़ाई से प्रदेश के मुसलमान चिंतित हैं। उन्होंने कहा कि अब हमने भी समझौता कराने की कोशिश छोड़ दी है। अब मैं भी हार मान चुका हूं। इतना ही नहीं, आजम खान ने कहा कि अब मैं किसी के पाले में नहीं हूं। आज़म ने कहा कि जो होना होगा अब मैं उसे आराम से बैठकर देखूंगा। 

शिवपाल-अखिलेश गुट के पदाधिकारी आमने-सामने
उधर शिवपाल और अखिलेश गुट के पदाधिकारी आमने-सामने हैं। सपा प्रदेश सचिव रघुनंद सिंह काका को लखनऊ सपा दफ्तर में जाने से रोका गया। सीएम सिक्योरिटी ने सपा कार्यालय में घुसने से उन्हें रोक दिया। काका ने कहा कि शिवपाल यादव से हमारी बात हुई है। शिवपाल ने हमें पार्टी कार्यालय बुलाया है। पार्टी कार्यालय में न जाने देना अलोकतांत्रिक-गैरकानूनी है। हम सड़क पर बैठकर काम करेंगे। 

सपा कार्यालय के सामने बैठ शारदा प्रताप शुक्ला भी 
उच्च शिक्षा मंत्री शारदा प्रताप शुक्ला को भी दफ्तर में जाने से रोका गया। शारदा प्रताप भी सपा कार्यालय के बाहर कुर्सी लगाकर बैठे हैं। उच्च शिक्षा मंत्री शारदा प्रताप शुक्ला ने कहा कि मैं मुलायम सिंह यादव का सच्चा सिपाही हूं। मुलायम सिंह यादव के साथ हूं। शिवपाल खेमे के सपा प्रवक्ता दीपक मिश्रा को भी दफ्तर जाने से रोका गया। सपा कार्यालय में नहीं घुसने दिया गया। दीपक मिश्रा ने इसके विरोध में लाल टोपी उतारकर काली टोपी पहन ली। 

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