पुलवामा में शहीद बेटे की याद में भर आई पिता की आंखें, बोले-देश को मोदी की जरूरत...

punjabkesari.in Friday, Feb 14, 2020 - 03:47 PM (IST)

शामली: एक साल पहले जम्मू कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकी हमले में शामली के प्रदीप कुमार भी शहीद हो गए थे। इस वीर सपूत ने देश की रक्षा की खातिर अपने प्राण न्यौछावर कर दिए। शहीद का परिवार आज भी उनकी कमी को महसूस करता है। पिता अपने शहीद बेटे पर गर्व तो करते हैं, लेकिन जवान बेटे को खोने का दर्द आज भी उनकी आंखों से झलक जाता है। पंजाब केसरी शहीद प्रदीप को श्रद्धांजलि अर्पित करता है।  

14 फरवरी 2019 में जम्मू कश्मीर के पुलवामा में सीआरपीएफ जवानों के काफिले पर हुए आतंकी हमले में शामली जिले के बनत कस्बा निवासी 37 वर्षीय प्रदीप कुमार शहीद हो गए। शहीद के पिता जगदीश ने बताया कि उन्हें गर्व है कि उनका बेटा देश के लिए शहीद हुआ है, लेकिन बेटे की कमी हमेशा खलती है। सरकार से कोई शिकायत नहीं है, क्योंकि सरकार ने बेटे की शहादत का बदला ले लिया है। शहीद के पिता ने देश के प्रधानमंत्री की तारीफ करते हुए कहा कि देश को उनकी जरूरत है।

2003 में भर्ती हुए थे प्रदीप
प्रदीप वर्ष 2003 में सीआरपीएफ में भर्ती हुए थे। उनकी पत्नी कामिनी और दो बेटे सिद्धार्थ व दुष्यंत फिलहाल गाजियाबाद में रहते हैं। गांव में रहने वाले पिता जगदीश भी अब गाजियाबाद में रहकर शहीद बेटे के परिवार की देख-रेख कर रहे हैं। बड़ा बेटा सिद्धार्थ फिलहाल अपनी पढ़ाई पूरी करना चाहता है। इसी वजह से अभी तक उसने सरकार द्वारा दी गई नौकरी में ज्वाइन नहीं किया है। परिवार का कहना है कि शामली के डीएम अखिलेश कुमार उनकी विशेष मदद कर रहे हैं। परिवार के लोगों को कहना है कि सिद्धार्थ की पढ़ाई पूरी होने तक डीएम ने सरकारी नौकरी को होल्ड पर रखने के आदेश दे दिए हैं, जिसकी प्रति शहीद परिवार को भी उपलब्ध कराई गई है।

पिता बोले देश को प्रधानमंत्री की जरूरत
शहीद प्रदीप के पिता जगदीश ने बताया कि देश की सरकार ने पुलवामा हमले का बदला ले लिया है। केंद्र और प्रदेश सरकार ने सभी वायदे भी पूरे कर दिए हैं। शहीद बेटे से जुड़ी यादों के बारे में पूछने पर उन्होंने आंखें नम करते हुए बताया कि बेटे पर गर्व होता है, क्योंकि उसने देश के लिए अपना बलिदान दिया। शहीद के पिता ने कहा कि देश के प्रधानमंत्री, गृहमंत्री और यूपी के मुख्यमंत्री बहुत ही सराहनीय काम कर रहे हैं। देश में कोई भी गलत काम नहीं किया जा रहा है, लेकिन विपक्षी छोटी-छोटी बातों के जरिए उन्हें बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं। जगदीश ने बताया कि माननीय प्रधानमंत्री बहुत अच्छे इंसान हैं, हम चाहते हैं कि देश को आगे भी ऐसे ही प्रधानमंत्री मिलें।

सेना की बहादुरी के किस्से सुनाते थे प्रदीप
परिजनों के अनुसार प्रदीप जब भी घर आते थे, तो परिवार और गांव समाज के लोगों को सैनिकों की बहादुरी के किस्से सुनाया करते थे। वे लोगों को बताते थे कि सेना किस तरह से आतंकियों का मुकाबला करती है। देश की रक्षा के लिए तैनात जवानों पर कश्मीर में पत्थरबाजी के किस्से सुनकर परिवार के लोग और दोस्त उन्हें ड्यूटी के दौरान ऐतिहात बरतने के लिए भी कहते थे, लेकिन अब वे ही लोग शहीद प्रदीप की बहादुरी के किस्से सुनाते नजर आते हैं। 

Ajay kumar