बिना किसी बाधा के मिलेगी उर्वरक- योगी सरकार ने किसानों को दिया भरोसा

punjabkesari.in Wednesday, Aug 20, 2025 - 07:43 PM (IST)

लखनऊ:  उत्तर प्रदेश के कई जिलों से उर्वरक की कमी की खबरों के बीच, उत्तर प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने बुधवार को कहा कि राज्य में यूरिया या अन्य उर्वरकों की कोई कमी नहीं है और उन्होंने किसानों को चालू खरीफ सीजन के लिए "निर्बाध आपूर्ति" का आश्वासन दिया। लखनऊ में संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए, शाही ने कहा कि 19 अगस्त तक, राज्य के किसानों ने 32.07 लाख टन यूरिया खरीद और खपत कर ली थी, जबकि पिछले वर्ष इसी अवधि के दौरान 27.86 लाख टन यूरिया की खपत हुई थी। उन्होंने कहा, ‘‘इसका मतलब है कि इस वर्ष किसानों को 4.21 लाख टन अधिक यूरिया उपलब्ध कराया गया है।

1.52 करोड़ किसानों ने बायोमेट्रिक प्रमाणीकरण
मंत्री के अनुसार, एक अप्रैल, 2025 से उत्तर प्रदेश में कुल 37.97 लाख टन यूरिया की उपलब्धता थी, जबकि जिलों में खरीद के लिए अभी भी छह लाख मीट्रिक टन यूरिया उपलब्ध है। उन्होंने आगे कहा, ‘‘अब तक लगभग 1.52 करोड़ किसानों ने बायोमेट्रिक प्रमाणीकरण का उपयोग करके पीओएस मशीनों के माध्यम से यूरिया खरीदा है।'' अनियमितताओं की खबरों पर शाही ने खुलासा किया कि महाराजगंज और सिद्धार्थनगर जिलों में, कई व्यक्तियों ने कई बार एक टन से अधिक यूरिया खरीदा था, जिससे जमाखोरी का संदेह पैदा होता है। उन्होंने चेतावनी दी, ‘‘ऐसे मामलों की जांच की जा रही है और कालाबाज़ारी और हेराफेरी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

 उर्वरक की तस्करी रोकने के लिए स्थानीय प्रशासन उठाए कदम
मंत्री ने आगे कहा कि सीमावर्ती जिलों में, स्थानीय प्रशासन को राज्य से उर्वरक की तस्करी रोकने के लिए निगरानी बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं। मंत्री ने बताया कि यूरिया के अलावा, किसानों के पास वर्तमान में 3.87 लाख टन डीएपी, तीन लाख टन एनपीके, 2.51 लाख टन एसएसपी और 63 हजार टन एमओपी उर्वरक उपलब्ध है, जिससे राज्य में रासायनिक उर्वरकों का कुल भंडार 15.91 लाख टन हो जाता है। उन्होंने कहा कि सुचारू वितरण सुनिश्चित करने के लिए सहकारी और निजी दोनों क्षेत्रों को सक्रिय किया गया है। शाही ने ज़ोर देकर कहा कि केंद्र और राज्य सरकार मिलकर काम कर रही हैं।

उर्वरक में मिलावट की जांच के लिए 3,385 नमूने एकत्र किए गए
वर्तमान में, यूरिया के 24 रैक और डीएपी के 12 रैक पारगमन में हैं, जो अगले 3-4 दिन में अपने गंतव्य तक पहुंच जाएंगे। उन्होंने कहा, ‘‘उत्तर प्रदेश को औसतन प्रतिदिन 10-12 रैक यूरिया और 5-6 रैक डीएपी की आपूर्ति की जा रही है।'' कदाचार पर कड़ा रुख अपनाते हुए, मंत्री ने बताया कि राज्य भर में अब तक 12,653 छापे मारे गए हैं, जिसके परिणामस्वरूप उर्वरक में मिलावट की जांच के लिए 3,385 नमूने एकत्र किए गए हैं। गलत व्यापारियों के खिलाफ कार्रवाई शुरू की गई है, जिसमें 1,047 खुदरा विक्रेताओं को नोटिस जारी किए गए, 571 के लाइसेंस निलंबित किए गए और 1,196 रद्द किए गए। इसी प्रकार, 132 थोक विक्रेताओं को नोटिस जारी किए गए, 13 के लाइसेंस निलंबित किए गए और चार रद्द किए गए। 53 उर्वरक निर्माता कंपनियों को भी नोटिस जारी किए गए हैं, जबकि कालाबाजारी, अधिक कीमत वसूलने और जमाखोरी में शामिल पाए गए लोगों के खिलाफ 93 एफआईआर दर्ज की गई हैं। शाही ने कहा, ‘‘उर्वरक पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध कराए जा रहे हैं।

अखिलेश यादव ने उर्वरक की कमी का लगाया आरोप
किसानों को घबराना नहीं चाहिए या अफवाहों का शिकार नहीं होना चाहिए।'' पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव द्वारा राज्य में उर्वरक की कमी का आरोप लगाने पर पलटवार करते हुए, मंत्री ने कहा, ‘‘हम किसानों को उनकी ज़रूरत के अनुसार उर्वरक उपलब्ध कराने के लिए हरसंभव प्रयास कर रहे हैं। उन्हें (अखिलेश यादव) इन मुद्दों पर बोलने का कोई अधिकार नहीं है क्योंकि उनकी सरकार में उर्वरक की कमी के कारण किसान खेती छोड़ने को मजबूर हुए थे। 


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Content Writer

Ramkesh

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