हेमकुंड साहिब के कपाट शीतकाल के लिए बंद, 1350 सिख श्रद्वालुओं ने की अंतिम अरदास

punjabkesari.in Saturday, Oct 10, 2020 - 05:13 PM (IST)

 

चमोलीः उत्तराखंड स्थित सिखों के पवित्र धाम हेमकुंड साहिब के कपाट शनिवार अपराह्न 01:30 बजे शीतकाल के लिए बंद कर दिए गए। इस दौरान लगभग 1350 सिख श्रद्वालुओं का जत्था अंतिम अरदास के साक्षी रहे। आज ही हिंदुओं के पवित्र धाम लोकलाल मंदिर के भी कपाट शीतकाल के लिए बंद हो गए।

हेमकुंड साहिब के कपाट बंद होने की प्रक्रिया शनिवार सुबह से शुरू हो गई थी। सुबह 09.30 बजे पहली अरदास हुई। इसके बाद 10 बजे सुखमणी का पाठ और 11 बजे शबद कीर्तन हुआ। दोपहर 12:30 बजे इस साल की अंतिम अरदास पढ़ने के बाद गुरू ग्रंथ साहिब को पंच प्यारों की अगुवाई में सचखंड में विराजमान किया गया और दोहपर 1:30 बजे हेमकुंड साहिब के कपाट पूरे विधि विधान के साथ शीतकाल के लिए बंद कर दिए गए। इस वर्ष कोरोना महामारी के चलते हेमकुंड साहिब के कपाट देर से 04 सितंबर को श्रद्वालुओं के लिए खोले गए थे। इस साल 36 दिनों तक चली यात्रा में करीब 8500 श्रद्वालुओं ने हेमकंड साहिब में मत्था टेका। जबकि पिछले वर्ष 2.39 लाख से अधिक श्रद्वालु हेमकुंड साहिब पहुंचे थे।

वहीं हेमकुंड साहिब मैनेजमेंट ट्रस्ट के मुख्य प्रबंधक सेवा सिंह ने बताया कि 36 दिनों तक चली। इस साल की यात्रा में उन्हें शासन, प्रशासन और पुलिस के साथ ही स्थानीय लोगों का भरपूर सहयोग मिला। इसके लिए ट्रस्ट सभी का अभार व्यक्त करता है। उन्होंने बताया कि हेमकुंड साहिब पहुंचे सभी श्रद्वालुओं ने भी कोरोना की गाइड लाइन का पूरी तरह से पालन करते हुए ट्रस्ट को पूरा सहयोग दिया है।


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Nitika

Recommended News

Related News

static