कैसे साकार होगा PM के ‘स्वच्छ भारत’ का सपना? पहली बारिश में ही धराशायी हुए शौचालय

punjabkesari.in Friday, Jul 07, 2017 - 05:15 PM (IST)

बुलन्दशहर(इकबाल सैफी): यूपी के बुलन्दशहर में ‘स्वच्छ भारत अभियान’ के तहत बनवाये गये एक दर्जन शौचालय मूसलाधार बारिश में धराशायी हो गये। बारिश के दौरान शौच के लिए गई एक महिला इसमें दबकर घायल भी हो गयी।

ग्रामीणों का आरोप है कि ग्राम प्रधान ने शौचालयों के निर्माण में घटिया सामग्री का प्रयोग किया और शौचालय लगातार हुई तेज बारिश के कारण ढह गये। शौचलयों के गिरने से दहशतजदा ग्रामीणों ने शौचालयों पर ताले लटका दिये हैं और खुले में शौच को जाने के लिए मजबूर हैं। डीएम ने मामले की जांच कराकर कार्रवाई के निर्देश दिये हैं।

देश को खुले में शौच मुक्त करने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा शुरू की गयी योजना ‘स्वच्छ भारत अभियान’ के तहत देशभर में करोड़ों रुपया खर्च कर गांवों में शौचालयों का निर्माण कराया गया। पात्रों को सरकार की तरफ से ग्राम पंचायतों के माध्यम से 12 हजार रूपये की आर्थिक सहायता भी दी गयी। मगर इन शौचालयों में लग गयी घोटाले व भ्रष्टाचार की दीमक। 

बुलन्दशहर के पहासू ब्लॉक के गांव दलेलगढ़ी में बनने के बाद एक ही बारिश में ये शौचालय सिर्फ इसीलिए धराशायी हुए है क्योंकि इनके निर्माण में मानकों के अनुरूप सामग्री का प्रयोग नहीं किया गया। ग्रामीणों का आरोप है कि ग्राम प्रधान ने ठेकेदार के माध्यम से शौचालयों का निर्माण करा डाला। 12 शौचालय धराशायी हो गये तो गांव में अधिकांश शौचालयों में दरारें में पड़ गईं जिनके गिरने का खतरा बना हुआ है। दहशतजदा ग्रामीण व महिलाएं जंगल में खुले में शौच को जाने के लिए मजबूर हैं।

ग्रामीणों ने की ग्राम प्रधान विरोधी नारेबाजी 
मामले की जानकारी पाकर मौके पर पहुंचे ग्राम प्रधान गुड्डू को ग्रामीणों के विरोध का सामना करना पड़ा। यही नहीं ग्रामीणों ने ग्राम प्रधान विरोधी नारेबाजी भी शुरू कर दी।

जिलाधिकारी ने जांच के आदेश 
मामले को जिला प्रशासन गंभीर मानते हुए अब जांच कराकर कार्रवाई करने का दावा कर रहा है। जिलाधिकारी डॉ.रोशन जैकब का कहना है कि आज ही डीपीआरको भेजकर शौचलयों का सत्यापन व निरीक्षण कराया जायेगा और गुणवत्ताहीन कार्य पर कार्रवाई की जायेगी। पीड़ित ग्रामीणों के शौचलयों का दोबारा निर्माण कराया जायेगा।