विद्यालयों में हो रहा राष्ट्रगान का अपमान, छात्रों में जा रहा गलत संदेश

punjabkesari.in Monday, Apr 24, 2017 - 08:36 PM (IST)

फैजाबाद (अभिषेक सावन्त): देश में जहां एक तरफ सुप्रीम कोर्ट सिनेमाघरों में राष्ट्रगान के सम्मान में निर्देश जारी कर रहा है वहीं सूबे के फैजाबाद जनपद के केन्द्रीय विद्यालय में राष्ट्रगान के गलत मुद्रण और प्रकाशन का मामला सामने आया है। मामला राम नगरी फैजाबाद का है। यहां केंद्रीय विद्यालय की डायरी में गलत लिखे गए राष्ट्रगान से छात्रों के बीच गलत सन्देश दिया जा रहा है। साथ ही उनके भविष्य से खिलवाड़ किया जा रहा है। भारती युवा मंच ने इस मामले को लेकर गहरी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। 
                   
डायरी में गलत प्रकाशन से राष्ट्रगान का अपमान-शरद शुक्ला
भारतीय युवा मंच के अध्यक्ष शरद शुक्ला ने एक प्रेसवार्ता कर बताया कि राष्ट्रगान हमारे राष्ट्र के गौरव आस्था का विषय है। विद्यालय के डायरी में गलत प्रकाशन से राष्ट्रगान का अपमान किया जा रहा है। वहीं उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मांग की है कि विद्यालयों में जांच करवा कर गलत पढ़ाये जा रहे राष्ट्रगान को संज्ञान में लेते हुए एक सर्कुलर जारी किया जाए। साथ ही कहा कि प्रदेश के सभी विद्यालयों में छात्रों को दी जाने वाली डायरी की जांच की जाये। 

मामले को संज्ञान में लेकर कार्रवाई करे जिला प्रशासन-शरद शुक्ला
भारतीय युवा मंच ने आरोप लगते हुए कहा कि विद्यालयों में गलत राष्ट्रगान का डायरी में प्रकाशन कर छात्रों में बाँट देना कि सिर्फ विद्यालय का कर्तव्य नहीं है बल्कि छात्रों को सही दिशा दिया जाना और राष्ट्र के गौरव के बारे में सही जानकारी देना विद्यालय का कर्तव्य होता है। इस तरह की त्रुटी से बचने के लिए राष्ट्रगान का प्रकाशन विद्यालयों की डायरी में बंद होना चाहिए। उन्होंने कहा कि प्राथमिक शिक्षा का केंद्र कहे जाने वाले स्कूल में अगर छात्रों को गलत राष्ट्रगान पढ़ाया जाता है तो ऐसे में छात्रों के भविष्य से खिलवाड़ किया जा रहा है जिसे जिला प्रशासन को संज्ञान लेकर उनपर कार्रवाई करना चाहिए।

अपराध की श्रेणी में आएगा गलत राष्ट्रगान-अधिवक्ता
वहीं जब इस बारे में एक अधिवक्ता से बात की गयी तो उन्होंने बताया कि अगर राष्ट्रगान में गलत शब्दों को अंकित किया गया है तो यह अपराध की श्रेणी में आएगा। इस गंभीर मामले को संज्ञान में लेकर प्रशासन को कार्रवाई करनी चाहिए। जिससे छात्र छात्राओं में राष्ट्रगान को लेकर गलत सन्देश ना जाए।