भारत लौटना चाहता है आजमगढ़ का ISIS आतंकी, कहा प्लीज मुझे बचा लो

punjabkesari.in Saturday, Oct 10, 2015 - 08:40 PM (IST)

आजमगढ़: यूपी के आजमगढ़ के रहने वाले एक लडक़े ने छह महीने पहले सीरिया जाकर आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट (आईएसआईएस) में काम करने की बात कहकर सनसनी फैला दी है। हालांकि वह अब रूसी हवाई हमलों में मारे जाने के डर से इंडिया लौटना चाहता है। वह परिवार से फोन पर कॉन्टैक्ट कर वापसी के लिए मदद मांग रहा है। युवक तुर्की के रास्ते आईएस के कब्जे वाले इलाके में करीब छह महीना पहले गया था। वह सीरिया की सीमा के नजदीक इराक में है।
 
उत्तर प्रदेश से आतंकी संगठन में शामिल होने का यह संभवत पहला मामला बताया जा रहा है। युवक का फोन आने के बाद उसके परिवार ने सुरक्षा एजेंसियों से संपर्क साधा। सुरक्षा एजेंसियां उसकी वर्तमान स्थिति के बारे में और जानकारियां जुटा रही हैं। आजमगढ़ से ताल्लुक रखने वाला यह युवक आतंकी संगठन में शामिल होने से पहले वह छोटा-मोटा कारोबार करता था। संयुक्त अरब अमीरात में भारतीय मूल के एक व्यक्ति ने युवक को इराक तक की यात्रा करने में सहयोग किया था। उसकी ऑनलाइन गतिविधियों पर भारत और यूएई की सुरक्षा एजेंसियां नजर रख रही हैं।
 
अब तक 20 भारतीयों के आतंकी संगठन से जुडऩे की बात सामने आई है। इनमें से कुछ विदेशों में रह रहे हैं तो कुछ महाराष्ट्र, तेलंगाना और कर्नाटक से गए हैं। हाल में यूएई ने 15 सितंबर को चार भारतीय नागरिकों को आईएस से संबंध के संदेह में प्रत्यर्पित कर दिया था। जल्द ही चार और भारतीयों को वापस भेजे जाने की उम्मीद है। आईएम के सदस्य भी आईएस में शामिल आईएस के लिए लडऩे वाले और मारे जाने वाले छह भारतीयों में तीन इंडियन मुजाहिद्दीन के आतंकवादी थे। इनमें सुल्तान अजमेर शाह और बड़ा साजिद शामिल हैं, जो पाकिस्तान में होने के कारण आतंकवादी समूह में शामिल हुआ। दो महाराष्ट्र के और एक तेलंगाना का था।
 
नौकरी और सुंदर लड़की से शादी का दिया था ऑफर-
लड़के ने बताया की आईएस के सदस्यों ने उसे लालच दिया था कि वे लोग उसकी शादी एक सुंदर लड़की से करवाएंगे और उसके साथ-साथ उसे सीरिया में लेफ्टिनेंट कर्नल की पोस्ट भी देंगे। ढ्ढस्ढ्ढस् के एजेंटों ने यह लालच भी दिया था कि अगर वह मारा गया, तो उसके घर वालों को पैसे भी मिलेंगे।
 
चेन्नई में आईएस एजेंट से की मुलाकात-
लड़का दो साल पहले आईएस के लिए रिक्रूट करने वाले लोगों से मिला था। उसके बाद वह चेन्नई में आईएस के सदस्य से भी मिला था। लड़के का कहना है कि आईएस वाले केवल ऐसे पढ़े-लिखे लोगों के पास ही जाते हैं, जो लोग धार्मिक हों और जिन्हें वल्र्ड पॉलिटिक्स के बारे में पता हो। मुझे उन लोगों ने भाईचारे का हवाला दिया और पासपोर्ट और वीजा बनाने के लिए एक लाख रूपये भी दिए।