जौहर यूनिवर्सिटी बना भाजपा के आंख की किरकिरी: सपा

punjabkesari.in Friday, May 12, 2017 - 07:35 PM (IST)

लखनऊ: मोहम्मद अली जौहर विश्वविद्यालय के मसले को लेकर मोहम्मद आजम खां के पक्ष में आज खुल कर सामने आयी समाजवादी पार्टी (सपा) ने आरोप लगाया कि शैक्षिक केन्द्र की स्थापना भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नेताओं के आंख की किरकिरी बन गयी है। 

विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष राम गोविंद चौधरी, प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल तथा मुख्य प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी ने यहां एक संयुक्त वक्तव्य में कहा कि आजम खां द्वारा मोहम्मद अली जौहर विश्वविद्यालय की स्थापना भाजपा नेताओं की आंख की किरकिरी बन गई है। उन्होंने तालीम का इंतजाम कर एक नेक काम किया है। विश्वविद्यालय में समाज के सभी वर्गो के छात्र-छात्राओं के दरवाजे खुले है मगर उसको लेकर उन पर तमाम अनर्गल बेबुनियाद आरोप लगाये जाने का अभियान चलाया जा रहा है और उनकी छवि बिगाडऩे के प्रयास हो रहे हैं। जौहर विश्वविद्यालय के बहाने मोहमद आजम खां का अपमान और उत्पीडऩ करने की साजिश हो रही है।

सपा नेताओं ने कहा कि आजम खां भाजपा की सांप्रदायिकता और उसकी समाज को विभाजित करने की नीति की खुली खिलाफत करते आए हैं। वे धर्मनिरपेक्षता में विश्वास रखने वाले नेता है। वर्ष 1975-76 में आपात काल के विरोध में और लोकतंत्र के बचाव में उन्होंने जेल यातना भी सही थी। उन्होंने हमेशा सामाजिक सछ्वाव के लिए काम किया है। उनके नगर विकास मंत्री रहते सन् 2013 में इलाहाबाद में कुंभ के सफल आयोजन की प्रशंसा साधु समाज ने मुक्त कंठ से की थी। विदेशी संस्थाओं ने भी उनकी सराहना की थी। यह बात भाजपा को पच नहीं रही है। किसी बहाने से मोहम्मद आजम खां की आड़ में भाजपा का उद्देश्य अल्पसंख्यकों को आतंकित करने का भी है।

 उन्होंने कहा कि भाजपा और उसका मूल संगठन आरएसएस अपनी अल्पसंयक विरोधी नीतियों के लिए जाने जाते हैं। मोहमद आजम खां चूंकि अल्पसंख्यक समाज के एक लोकप्रिय नेता हैं इसलिए भाजपा काफी समय से उनके बारे में दुष्प्रचार करती रही है। काौहर विश्वविद्यालय को निशाने पर लेना तो उनकी अल्पसंयक विरोध की गहरी साजिश का ही एक हिस्सा है। भाजपा सांप्रदायिक राजनीति करके ही सत्ता में पहुंची है। सपा नेताओं ने कहा कि पार्टी मोहमद आजम खां के साथ पूरी मजबूती से खड़ी रहेगी। भाजपा मोहमद आजम खां के अपमान का अभियान जारी रखेगी तो सपा हर स्तर पर इसका विरोध करेगी।