अंकिता हत्याकांड: 6 अक्टूबर तक बढ़ी आरोपियों की न्यायिक हिरासत, वकीलों ने केस लड़ने से किया इनकार

punjabkesari.in Wednesday, Sep 28, 2022 - 05:54 PM (IST)

 

देहरादूनः उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने जहां एक तरफ दिवंगत अंकिता भंडारी के परिजनों को 25 लाख रुपए की आर्थिक सहायता दी है, वहीं दूसरी तरफ 6 अक्टूबर तक आरोपी पुलकित आर्य, सौरभ और अंकित की न्यायिक हिरासत बढ़ा दी गई है। इतना ही नहीं कोटद्वार के वकीलों ने भी आरोपियों का केस लड़ने से इनकार कर दिया है।

अपराधियों को दिलाई जाएगी सख्त से सख्त सजाः धामी
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार अंकिता के परिवार के साथ है और उनकी हर प्रकार से सहायता करेगी। मामले की एसआईटी जांच की जा रही है। पूर्ण निष्पक्ष तरीके से जल्द से जल्द जांच पूरी की जाएगी। मामले से संबंधित हर तथ्य को जुटाते हुए पुख्ता तरीके से रिपोर्ट तैयार कर अपराधियों को सख्त से सख्त सजा दिलाना सुनिश्चित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि अपराधियों को ऐसी सजा दिलाई जाएगी, जो आगे के लिए भी नजीर बने। पीड़ित परिवार को त्वरित न्याय मिल सके, इसके लिये फास्ट ट्रैक कोर्ट में सुनवाई के लिए न्यायालय से अनुरोध किया गया है।

कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने गांधी पार्क में किया उपवास
वहीं अंकिता हत्याकांड में सबूतों को मिटाने, और जांच में हीलाहवाली का आरोप लगाते हुए कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने गांधी पार्क में उपवास कर विरोध दर्ज किया। पूर्व प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल के नेतृत्व में पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत समेत कई बड़े नेता गांधी पार्क में महात्मा गांधी की प्रतिमा के सामने उपवास पर बैठे।

ये था पूरा मामला
बता दें कि पौड़ी जिले के यमकेश्वर में गंगा भोगपुर में वनंत्रा रिजॉर्ट में कार्यरत 19 वर्षीया अंकिता की कथित रूप से रिजॉर्ट मालिक आर्य ने अपने दो कर्मचारियों, प्रबंधक सौरभ भास्कर और सहायक प्रबंधक अंकित गुप्ता के साथ मिलकर ऋषिकेश के निकट चीला नहर में धकेलकर हत्या कर दी थी। पुलकित हरिद्वार के पूर्व भाजपा नेता विनोद आर्य का पुत्र है जो पूर्व में दर्जाधारी राज्य मंत्री रह चुके हैं। घटना के सामने आने के बाद भाजपा ने आर्य को पार्टी से निष्कासित कर दिया था।
 

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Nitika