केजरीवाल ने मोदी सरकार पर लगाया 8 लाख करोड़ रुपये घोटाले का आरोप

punjabkesari.in Wednesday, Dec 07, 2016 - 07:14 PM (IST)

वाराणसी: वाराणसी पहुंचे अरविन्द केजरीवाल ने नोटबंदी को लेकर मोदी सरकार पर जमकर निशाना साधा। बेनियाबाग के मैदान से सभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि किसान नोटबंदी के कारण खुदखुशी कर रहे हैं। अब तक देश में 84 से ज्यादा लोग मर चुके हैं। केजरीवाल ने सवाल किया कि आखिर इन मौतों का जिम्मेदार कौन है?

नोटबंदी की स्कीम पूरी तरह गलत
केजरीवाल ने कहा कि मीडिया कह रही है कि स्कीम अच्छी है लेकिन लागु ढंग से नहीं किया गया। केजरीवाल ने कहा कि मैं कहता हूं सब कुछ गलत है, किसी दिन भी देश की जनता का इसके खिलाफ गुस्सा फूट सकता है। उन्होंने कहा कि मैं वोट मांगने नहीं बल्कि देश बचाने की भीख मांगने आया हूं। वोट मांगना होता तो वहां जाता जहां हमारी पार्टी चुनाव लड़ रही है। 

नोटबंदी से नहीं खत्म होगा कालाधन
केजरीवाल ने कहा कि शुगर का मरीज होने के बावजूद भी उन्होंने भ्रष्टाचार के खिलाफ अनशन किया। जब लोग रोबर्ट वाड्रा का नाम लेने से डरते थे तब मैंने नाम लिया। जब इस स्कीम से भ्रष्टाचार, कालाधन कम होता तो मैं खुद मोदी-मोदी चिल्लाता। मैंने मोदी जी के स्वच्छता अभियान, योग और सर्जिकल स्ट्राइक का साथ दिया और उन्हें सलाम किया था। लेकिन नोटबंदी से कालाधन खत्म नहीं होगा। सिर्फ अपने अमीर दोस्तों के लिए ये स्किम लाए हैं।

8 लाख करोड़ रुपये का हुआ घोटाला
केजरीवाल ने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि बीजेपी सरकार ने 8 लाख करोड़ रुपये का घोटाला किया है। जो देश का सबसे बड़ा घोटाला है। उन्होंने कहा कि मोदी जी के पास एक फाइल है जिसमें 648 लोगों के नाम हैं। जिनके अकाउंट स्विस बैंक में हैं जिसमें अम्बानी भी शामिल हैं। केजरीवाल ने कहा कि मोदी जी अपने बिजनेसमैन दोस्तों को कुछ नहीं कह रहे हैं। मोदी जी आम आदमी, किसानों का लोन माफ नहीं कर रहे हैं बल्कि अरबपतियों के 1 लाख 14 हजार करोड़ रुपये माफ  कर दिए। इस दौरान केजरीवाल ने प्रधानमंत्री पर गंभीर आरोप कि उन्होंने सहारा से कई करोड़ रुपये रिश्वत लिया है। 

केजरीवाल को दिखाए गये काले झंड़े
इससे पहले वाराणसी की एक समाज सेवी संस्था ने शहर के लहुराबीर स्थित आजाद पार्क में उन्हें काला झंडा दिखाकर उनका विरोध किया। समाज सेवी संस्था के सदस्य महेंद्र विक्रम सिंह ने बताया कि आज हम लोगों ने दिल्ली के सीएम केजरीवाल के बेनिया बाग के कार्यक्रम का विरोध किया है। सिंह ने कहा कि उनके विरोध का कारण केजरीवाल द्वारा 7 दिसम्बर की तारीख को चुना जाना है। क्योंकि 6 दिसम्बर को वाराणसी बाबरी मस्जिद ढांचे के विध्वंश के कारण अति संवेदनशील रहता है। ऐसे में कल वाराणसी में मुस्लिम संगठनों ने अपनी दुकानों को बन्द रखा था और हिन्दू संगठनों ने शौर्य दिवस मनाया था। ऐसे में 6 दिसम्बर के ठीक अगले दिन केजरीवाल द्वारा काशी के बेनियाबाग में रैली करने की मंशा ठीक नहीं है। केजरीवाल यहां के सांप्रदायिक वातावरण को बिगाडऩा चाह रहे हैं। जिसकी वजह से उन्हें काला झंडा दिखाया गया है।  

UP Political News की अन्य खबरें पढ़ने के लिए Facebook और Twitter पर फॉलो करें