लोकेंद्र सिंह कालवी का दावा नहीं होने देंगे उत्तराखंड में ''पदमावत'' रिलीज

punjabkesari.in Tuesday, Jan 09, 2018 - 03:40 PM (IST)

देहरादून/ब्यूरो। फ़िल्म पदमावत को उत्तराखंड में रिलीज नहीं होने दिया जाएगा। यदि सेंसर बोर्ड ने फ़िल्म को रिलीज करने का प्रमाणपत्र दिया तो सिनेमा हॉल में जनता का कर्फ्यू लगेगा। यह बात करणी सेना के संरक्षक राणा लोकेन्द्र सिंह कालवी ने देहरादून में पत्रकारों से बातचीत में कही।

 

कालवी ने कहा कि करणी सेना आठ राज्यों में अब तक फ़िल्म को बैन करवाने की घोषणा करवा चुकी है। फ़िल्म डायरेक्टर संजय लीला भंसाली ने चित्तौड़ की माटी का अपमान किया है। रूपया कमाने के लालच में नारी का अपमान किया है। भंसाली की फितरत है कि ऐतिहासिक चरित्रों पर फ़िल्म को विवादित कर रुपया कमाना। पद्मावती के बारे में कभी कहता है फ़िल्म ऐतिहासिक तथ्यों पर है कभी कहता है काल्पनिक है। पहले वह खुद तय करे कि वह बना क्या रहा है।

 

उन्होंने कहा कि फ़िल्म में माफिया डॉन दाऊद का पैसा लगा है। इसी कारण उन्हें कराची से जान से मारने की धमकी फोन पर मिली है, लेकिन वह इन धमकियों से डरने वाले नहीं हैं। किसी भी कीमत पर पद्मावती फ़िल्म को रिलीज नहीं होने दिया जाएगा। फ़िल्म रिलीज हुई तो राजपूतों के जौहर की ज्वाला में बहुत कुछ भस्म हो जायेगा। उन्होंने प्रधामन्त्री नरेंद्र मोदी से मांग की कि वह मामले में हस्तक्षेप कर पुरे भारत में फ़िल्म को बैन करवाएं।

 

मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र रावत से की मुलाकात

करणी सेना के पदाधिकारियों ने मुख्यमन्त्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत से मुलाकात कर पद्मावती फ़िल्म पर उत्तराखंड में बैन लगाने की मांग की। करणी सेना के संरक्षक राणा लोकेन्द्र सिंह कालवी ने बताया कि मुख्यमंत्री में सकारात्मक आश्वासन दिया है। उन्हें उम्मीद है कि सरकार की ओर से ही फ़िल्म पर बैन की घोषणा हो जायेगी।

पद्मावती के वंशज है कालवी

राणा लोकेन्द्र सिंह कालवी रानी पद्मावती की सैंतीसवीं पीढ़ी का नेतृत्व कर रहे हैं। वह कहते हैं कि चित्तौड़ किले के आसपास के गांवों की महिलायें आज भी जौहर के किले की माटी का सिंदूर लगाती हैं। वहीँ इतिहास से अनजान भंसाली रानी पद्मावती को अलाउद्दीन की प्रेमिका दर्शाता है। यह शर्मनाक है। ऐसी फ़िल्म को हम न देखेंगे न ही रिलीज होने देंगे।