50 वर्ष के लिए Adani को सौंपा गया लखनऊ एयरपोर्ट, राहुल गांधी बोले-विकास तो हो रहा है...

punjabkesari.in Tuesday, Nov 03, 2020 - 04:33 PM (IST)

नयी दिल्ली/लखनऊ: भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (एएआई) ने लखनऊ का अमौसी एयरपोर्ट यानि कि चौधरी चरण सिंह एअरपोर्ट को 50 साल के लिए अडाणी समूह को सौंप दिया है। 2 नवंबर से अडानी समूह के अधिकारी एअरपोर्ट के संचालन की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं। एयरपोर्ट के प्रबंधन से लेकर वित्तीय मामलों तक, अडानी समूह के अधिकारी ही फैसले लेंगे। करार के मुताबिक शुरुआती तीन साल तक अडानी समूह के अधिकारी एयरपोर्ट प्रशासन के साथ काम करेंगे. सुरक्षा व्यवस्था की कमान पहले की ही तरह केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) के जवान संभालते रहेंगे। बता दें कि इससे पहले 30 अक्टूबर की मध्यरात्रि से एएआई मंगलुरू हवाईअड्डे को भी समूह को सौंप चुकी है। 



भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण ने ट्वीट कर दी जानकारी 
भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (एएआई) ने ट्वीट कर जानकारी दी। 2 नवंबर 2020 को एएआई के वरिष्ठ अधिकारियों ने अडाणी समूह के साथ सहमति ज्ञापन पत्र पर हस्ताक्षर कर लखनऊ हवाईअड्डा समूह को सौंपा।



देश के छह प्रमुख हवाईअड्डों को पहले ही निजी हाथों में सौप चुकी है सरकार
केंद्र सरकार ने फरवरी 2019 में देश के छह प्रमुख हवाईअड्डे लखनऊ, अहमदाबाद, जयपुर, मंगलुरू, तिरुवनंतपुरम और गुवाहाटी का विशेष व्यवस्था के तहत निजीकरण किया। प्रतिस्पर्धी बोलियां लगाकर अडाणी समूह ने इन सभी हवाईअड्डों को 50 साल चलाने के अधिकार हासिल किया। एएआई ने 22 अक्टूबर को एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा था कि अडाणी समूह को मंगलुरू, लखनऊ और अहमदाबाद हवाईअड्डे क्रमश: 31 अक्टूबर, दो नवंबर और 11 नवंबर को सौंप दिए जाएंगे। इन हवाईअड्डों के परिचालन के समझौतों पर दोनों पक्षों के बीच 14 फरवरी को हस्ताक्षर किए गए थे। तीन अन्य हवाईअड्डे जयपुर, गुवाहाटी और तिरुवनंतपुरम के लिए छूट समझौतों पर दोनों पक्षों ने सितंबर में हस्ताक्षर किए थे।


राहुल गांधी ने कहा-विकास तो हो रहा है...
लखनऊ और मंगलुरू एयरपोर्ट का प्रबंधन अडानी समूह के हाथों में सौंपने पर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कटाक्ष किया है। उन्होंने ट्वीट कर लिखा, ‘‘विकास तो हो रहा है, लेकिन सिर्फ़ कुछ पूँजीपति ‘मित्रों’ का।’’

Ajay kumar