मन्ना सिंह हत्याकांडः बाहुबली मुख्तार अंसारी समेत 8 अराेपी बरी

punjabkesari.in Wednesday, Sep 27, 2017 - 06:23 PM (IST)

मऊ(जाहिद इमाम): मऊ के चर्चित हत्याकांड मन्ना सिंह मामले में फास्ट ट्रैक कोर्ट ने बाहुबली बसपा विधायक मुख्तार अंसारी काे बरी कर दिया है। साथ ही काेर्ट ने इस हत्या में शामिल अन्य 8 अराेपियाें काे भी बरी कर दिया है। इससे पहले आज मामले की सुनवाई से पहले  मुख्तार अंसारी को लेकर भारी संख्या में फोर्स बल तैनात किया गया था। 

इन लाेगाें पर था आरोप
उल्लेखनीय है कि इस मामले में मऊ सदर के बाहुबली बसपा विधायक मुख्तार अंसारी समेत दर्जनों आरोपी बनाए गए हैं। इसके अलावा उमेश सिंह, रजनीश सिंह, संतोष सिंह, राकेश कुमार पांडेय, अमरेश कन्नौजिया, अनुज कन्नौजिया, राजू उर्फ जामवंत कन्नौजिया, विनय सिंह, उपेंद्र सिंह, अरविंद यादव और कमलेश यादव भी आरोपी हैं।

इन आराेपियाें काे ठहराया दाेषी
काेर्ट ने मामले में 11 अाराेपियाें में से 3 काे दाेषी करार दिया है। जिसमें अरविंद यादव, राजू उर्फ जामवंत आैर अमरेश कन्नाैजिया शामिल हैं। 

मेरे साथ नहीं हुआ न्याय-अशाेक सिंह
वहीं काेर्ट के फैसले पर मृतक के परिजन अशाेक सिंह ने कहा कि मेरे साथ न्याय नहीं हुआ है। मैं हाईकाेर्ट में जाऊंगा। पूरा प्रदेश जानता है कि हत्या किसने कराया है आैर किसने किया है।  

29 अगस्त 2009 को हुई थी हत्या
गौरतलब है कि ठेकेदार मन्ना सिंह व उसके साथी राजेश राय की 29 अगस्त 2009 को नगर कोतवाली क्षेत्र के नरई बांध स्थित यूनियन बैंक की शाखा के पास मोटरसाइकिल सवार हमलावरों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी, जबकि गोलीबारी में गाड़ी का चालक शब्बीर घायल हो गया था। इस मामले में वादी मुकदमा हरेंद्र सिंह की तहरीर पर कोतवाली नगर में मऊ के सदर विधायक मुख्तार अंसारी हनुमान पांडे समेत 11 लोगों को आरोपी बनाया गया था। कहा जाता है कि वर्चस्व की जंग में मन्ना सिंह की हत्या हुई थी। सरकारी ठेकों में मन्ना सिंह बाहुबली मुख्तार अंसारी को लगातार चुनौती दे रहे थे, इसी वजह से उनकी हत्या की गई। इस मामले में गवाह राम सिंह मौर्या की भी हत्या हो चुकी है।