योगी सरकार पर बरसीं मायावती, कहा-दलित विरोधी है ये सरकार

punjabkesari.in Tuesday, May 23, 2017 - 06:18 PM (IST)

सहारनपुर: उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार पर सहारनपुर के शब्बीरपुर में जातीय ङ्क्षहसा भड़काने का आरोप लगाते हुये बहुजन समाज पार्टी (बसपा) अध्यक्ष मायावती ने कहा कि सभी वर्गो के हितों की दुहाई देने वाली नयी सरकार के शासनकाल में दलित समुदाय के उत्पीडऩ की घटनाओं में उल्लेखनीय इजाफा हुआ है।

पीड़ित परिवारों को पार्टी फंड से राहत की घोषणा 
मायावती ने आज यहां जातीय ङ्क्षहसा से प्रभावित शब्बीरपुर गांव का दौरा किया और पीड़ितों से बातचीत की। दलित महिलाओं ने मायावती को आपबीती सुनायी। बसपा सुप्रीमो ने दलितों से आपसी भाईचारा मजबूत बनाने की अपील की और पार्टी फंड से पीड़ितों को राहत राशि दिए जाने का भी ऐलान किया। बसपा अध्यक्ष ने पीड़ितों से कहा कि जिनके घर जले हैं उन्हे 50-50 हजार और जिनके घरों में तोडफ़ोड़ हुई है उन्हें 25-25 हजार रूपए दिए जाएंगे। 

सुरक्षा के व्यापक प्रबंध
जिला पुलिस प्रशासन ने मायावती की यात्रा को बाधारहित बनाने के लिए असाधारण सुरक्षा व्यवस्था की थी। दलित और राजपूत बहुल गांवों से होकर जाने वाले सड़क मार्ग पर अद्र्धसैनिक बलों की तैनाती की गई। शब्बीरपुर गांव में भी भारी पुलिस बंदोबस्त था।

दलित वर्ग के साथ पक्षपात कर रही है योगी सरकार 
उन्होंने कहा कि योगी सरकार दलित वर्ग के साथ पक्षपात कर रही है। जिला प्रशासन ने इस गांव में बाबा साहब अंबेडकर की मूर्ति नहीं लगने दी और बिना अनुमति के महाराणा प्रताप जयंती का जुलूस निकलने दिया। उनके राज में सभी वर्गों के हितों की बात होती थी लेकिन अब दलितों पर जुल्म ढाए जा रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि शब्बीरपुर की घटना में प्रदेश सरकार का हाथ है। 
कानून व्यवस्था के मोर्चे पर विफल है योगी सरकार 
मायावती ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने चुनाव में कानून व्यवस्था ठीक करने और दलितों को सुरक्षा प्रदान करने का वायदा किया था लेकिन उसने इस वायदे को पूरा नहीं किया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से उनकी मांग है कि वे इस वायदे को पूरा करें। उन्होंने कहा कि योगी सरकार कानून व्यवस्था के मोर्चे पर पूर्ववर्ती सरकारों से भी ज्यादा विफल रही है। इस सरकार में पूरे प्रदेश में दलितों का उत्पीडऩ हो रहा हैं और हर तरह के अपराधों में बेहताशा बढ़ोतरी हुई है जबकि भाजपा कानून व्यवस्था दुरूस्त करने और समाज के सभी वर्गों के लोगों को सुरक्षा का भरोसा देने के वायदे पर सत्ता में आई लेकिन वह सभी मोर्चों पर नाकाम हो गई है।  

क्या है मामला?  
गौरतलब है कि शब्बीरपुर गांव में पांच मई को महाराणा प्रताप की शोभा यात्रा के दौरान डीजे को लेकर जा रहे ठाकुरों और दलितों में संघर्ष हो गया जिसमें दलितों के द्वारा किए गए पथराव में राजपूत बिरादरी के 26 वर्षीय युवक सचिन राणा की मृत्यु हो गयी थी। घटना से आक्रोशित राजपूतों ने 54 दलितों के घरों में आगजनी और तोडफोड़ की थी। पुलिस ने इस मामले में 17 लोगों को गिरफ्तार किया। 

रास्ते में समाज के लोगों का मायावती ने किया अभिवादन
बसपा अध्यक्ष का काफिला दोपहर पौने तीन बजे देवबंद की सीमा में पहुंचा। सड़क किनारे के दलित बहुल गांव सैनपुर में मायावती की कार एक मिनट रूकी और उन्होंने हाथ हिलाकर समाज के लोगों का अभिवादन स्वीकार किया। मायावती की गाड़ी देवबंद में वीवीआईपी डाक बंगले से होते हुए सुभाष चौक, मोहल्ला पठानपुरा स्थित पूर्व चेयरमैन जियाउद्दीन अंसारी, जो हाल ही में बसपा में पुन: शामिल हुए थे, दलितों के गांव लबकरी एवं राजपूत बहुल गांव भायला में राजवाहे के पुल से होता हुआ आगे बढ़ा और राजपूत के गांव महेशपुर से होता हुआ शब्बीरपुर पहुंचा।