BSP सुप्रीमो मायावती का बड़ा ऐलान, कहा-अंबेडकर की तरह ‘हिंदू धर्म’ छोड़कर अपना लूंगी ‘बौद्ध धर्म’

punjabkesari.in Tuesday, Oct 15, 2019 - 10:10 AM (IST)

नागपुर: चुनावी रैली को संबोधित करने दीक्षा भूमि नागपुर पहुंची बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने बड़ा ऐलान किया है। उन्होंने कहा है कि बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर की तरह वह भी हिंदू धर्म को छोड़कर बौद्ध धर्म अपना लेंगी। मायावती ने कहा कि इसके लिए उन्हें सही समय का इंतजार है। बता दें कि डॉ. अंबेडकर ने अपने जीवन के अंतिम दिनों में यानि कि 14 अक्टूबर 1956 को अपने करीब 5 लाख अनुयायियों के साथ बौद्ध धर्म की दीक्षा ली थी। 

बौद्ध धर्म की दीक्षा जरूर लूंगी, किंतु सही समय पर 
मायावती ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा, ‘बाबा साहब ने देहांत के कुछ समय पहले धर्म परिवर्तन किया था। आप लोग भी इस मामले में मेरे बारे में भी जरूर सोचते होंगे। कि बहनजी बाबा साहेब के रास्ते पर चलकर बौद्ध धर्म की कब शिक्षा लेंगी। ये आप लोग सोचते होंगे। तो इस मामले में मेरा जवाब यही है कि मैं बौद्ध धर्म की दीक्षा जरूर लूंगी, किंतु सही व उचित समय पर। जब मेरे साथ पूरे देश में बड़ी भारी तादाद में लोग धर्म परिवर्तन करें। 

भगवत के हिंदू राष्ट्र बनाने के बयान से बसपा सहमत नहीं
बसपा नेता ने कहा, ‘हाल ही में आरएसएस प्रमुख ने एक बयान में कहा था कि इस देश में मुस्लिम खुश हैं क्योंकि भारत एक ‘हिंदू राष्ट्र’ है। बसपा इस बयान से सहमत नहीं है। आरएसएस प्रमुख को इस तरह का बयान देने से पहले सच्चर समिति की रिपोर्ट पढऩी चाहिए।’ न्यायमूर्ति राजेंद्र सच्चर की अध्यक्षता में यह रिपोर्ट तैयार की गई थी।

दलित नेता ने कहा, ‘हम आरएसएस प्रमुख के हिंदू राष्ट्र के बयान से सहमत नहीं हैं। क्योंकि बाबासाहेब आंबेडकर ने सिर्फ हिंदुओं को ध्यान में रखकर संविधान नहीं तैयार किया था। उन्होंने धर्मनिरपेक्षता के आधार पर सभी धर्म के लोगों का ख्याल रखा था।'' मायावती ने कहा, ‘भारत एक धर्मनिरपेक्ष देश है न कि हिंदू राष्ट्र है।’ विजयदशमी के अवसर पर आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए आरएसएस प्रमुख ने कहा था कि भारत हिन्दुस्तान है और हिंदू राष्ट्र है।


 

Ajay kumar