काशी में नाैका बिहार का लुत्फ उठा रहे माेदी-मैक्राें, याेगी भी हुए शामिल

punjabkesari.in Monday, Mar 12, 2018 - 03:06 PM (IST)

वाराणसीः वाराणसी का हस्तकला संकुल देखने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र माेदी फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के साथ गंगा घाट पहुंचे हैं। यहां दाेनाें नेता मुख्यमंत्री याेगी आदित्यनाथ के साथ अस्सी घाट से अश्वमेधघाट के लिए नाैका विहार का लुत्फ उठा रहे हैं। 

ज्ञात हाे कि अपने चार दिवसीय भारत दौरे पर भारत आए इमैनुएल मैक्रों का आज आखिरी दिन है। इससे पहले प्रधानमंत्री ने मैक्राें काे वाराणसी के विश्व प्रसिद्ध हस्तकला संकुल काे दिखाने ले गए थे। मोदी ने अपनी महत्वाकांक्षी योजनाओं में शामिल लगभग 300 करोड़ रुपये की लागत निर्मित पंडित दीन दयाल हस्तकला संकुल में बनारसी साड़ी, मीनाकारी, कड़ी के खिलौने, पत्थर कृतियां, संगीत सहित पूर्वांचल की खास पहचान माने जाने वाले धार्मिक धरोहरों से खास मेहमान को रुबरू करवाया।

प्रधानमंत्री ने खुद उन्हें कई कलाओं की विशेषताएं बताई जबकि मैक्रों ने कई बुनकरों एवं शिल्पकारों से जानकारी ली। उन्होंने कला-कृतियों का बेहद गौर से देखा। विदेशी मेहमान ने बड़ालालपुर स्थित इस संकुल में बानरसी साड़ी, पत्थर के बने हाथी, लकड़ी के खिलौने, भगवान राम, मां सीता और रावण के बने आकृतियों को निहारा। कला संस्कृतियों से जुड़ी प्रचीन धार्मिक एवं सांस्कृतिक नगरी का नजारे देख वह काफी आकर्षित हुए। मोदी और मैक्रों के संकुल में पहुंचने पर पारंपरिक तरीके से स्वागत किया गया। शहनाई एवं अन्य वाद्ययंत्र बजाकर कलाकारों ने उनका स्वागत किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी मौजूद थे।

इससे पहले मैक्रों और पीएम ने 800 करोड रुपये से अधिक की लागत से बने भारत के सबसे बड़े सौर ऊर्जा संयंत्र का विन्ध्य की खूबसूरत पहाड़ियों के बीच उद्घाटन किया।विजयपुर स्थित दादरकला में स्थापित इस प्लांट में पांच लाख 86 हजार 382 प्लेट्स लगाये गये हैं। 75 मेगावाट के इस सोलर प्लान्ट का फ्रासींसी कंपनी इनर्जी सोलर ने निर्माण किया है। इसमें 800 करोड़ रुपये से अधिक की लागत आयी है। इस सौर ऊर्जा के चालू हो जाने के बाद अब हर दिन एक से डेढ़ लाख घरों को रोशन किया जा सकेगा।