विपक्ष पर मोदी का जोरदार हमला-एक तरफ दमदार चौकीदार तो दूसरी तरफ दागदारों की भरमार

punjabkesari.in Thursday, Mar 28, 2019 - 12:31 PM (IST)

मेरठः लोकसभा चुनाव की तारीखें जैसे-जैसे नजदीक आ रही हैं वैसे-वैसे राजनीतिक सरगर्मियां तेज होती जा रही हैं। प्रत्येक राजनीतिक दल जनसभाएं कर लोगों से मतदान कर उन्हें जिताने की अपील कर रहे हैं। इसी कड़ी में चुनावी जनसभा को संबोधित करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मेरठ पहुंचे। इस दौरान उन्होंने विपक्ष पर हमला बोलते हुए कहा कि एक तरफ नए भारत के संस्कार हैं और दूसरी तरफ वंशवाद और भ्रष्टाचार का विस्तार है। एक तरफ दमदार चौकीदार है और दूसरी तरफ दागदारों की भरमार है।

मोदी ने कहा कि 2019 का चुनाव प्रचार मेरठ से शुरू करने की एक वजह है कि 1857 में स्वतंत्रता आंदोलन में मेरठ से ही आजादी का बिगुल फूंका गया था। पांच वर्ष पहले जब मैंने आप सभी से आशीर्वाद मांगा था तो, आपने भरपूर प्यार दिया था। मैंने आपसे कहा था कि आपके प्यार को, आपके आशीर्वाद को मैं ब्याज सहित लौटाउंगा और ये भी कहा था कि जो काम किया है, उसका हिसाब भी दूंगा। हां, अपना हिसाब दूंगा और साथ-साथ दूसरों का हिसाब भी लूंगा। ये दोनों काम साथ-साथ चलेंगे। तभी तो होगा हिसाब बराबर। चौकीदार हूं भई, और चौकीदार कोई नाइंसाफी नहीं करता। हिसाब होगा, सबका होगा, बारी बारी से होगा।

उन्होंने कहा कि सुरक्षा देश के दुश्मनों से, सुरक्षा आतंकवाद से, सुरक्षा गुंडागर्दी से, सुरक्षा भ्रष्टाचारियों से, सुरक्षा बीमारी से। समृद्धि साधनों और संसाधनों की, समृद्धि ज्ञान और विज्ञान की, समृद्धि संस्कृति और विचार की, समृद्धि हमारे आचार और व्यवहार की। हमारा विजन नए भारत का है। ऐसे भारत का जो अपने गौरवशाली अतीत के अनुरूप ही वैभवशाली होगा। एक ऐसा नया भारत जिसकी नई पहचान होगी, जहां सुरक्षा, समृद्धि और सम्मान के संस्कार होंगे। समाज का ऐसा कोई व्यक्ति नहीं है और देश का ऐसा कोई कोना नहीं है, जो विकास के हमारे इन कामों से छूटा हो। सबका साथ, सबका विकास की हमारी यही सोच है, जिस पर नए भारत का निर्माण हो रहा है।

मोदी ने पूछा कि इन महामिलावटी लोगों की सरकार जब दिल्ली में थी तब देश में आए दिन बम धमाके होते थे या नहीं? ये महामिलावटी आतंकियों को संरक्षण देते थे या नहीं? ये आतंकियों की भी जात और उनकी पहचान देखते थे या नहीं? उसके आधार पर तय करते थे कि आतंकी को बचाना है या सज़ा देनी है। यहां मेरठ में जो विरोधी दलों के उम्मीदवार हैं उन्होंने आतंकवादियों के लिए करोड़ों रुपए के ईनाम तक का ऐलान कर दिया था। सोचिए, महामिलावट के लिए ये लोग किस हद तक जा सकते है। ये महामिलावटी लोग भ्रष्टाचारियों के साथ हैं या नहीं? महामिलावटियों के राज में बेटियों को इंसाफ मिलता था क्या? इनकी सरकार में गुंडे और बदमाश बेलगाम थे या नहीं? क्या ऐसी महामिलावट के हाथ में देश सुरक्षित रहेगा।

 

Ruby