राम मंदिर के लिए हिंदु नहीं मुस्लिम भाई आएं आगे: मनिंदर बिट्टा
punjabkesari.in Thursday, May 30, 2019 - 03:17 PM (IST)
वाराणसी: ऑल इंडिया एन्टी टेररिज्म फोरम के चेयरमैन मनिंदर सिंह बिट्टा ने प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र वाराणसी पहुंचकर एक बार फिर राम मंदिर का मुद्दा उठाया है। वाराणसी में काशी विश्वनाथ के दर्शन करने पहुंचे बिट्टा का कहना है कि अगर देश में सच में सेक्युलरिज्म की परिभाषा बतानी है तो अब हिंदुओं को नहीं मुसलमान भाइयों को आगे आना चाहिए और राम मंदिर बनाने के लिए उस जमीन के ऊपर से अपना हक पीछे ले लेना चाहिए।
मनिंदर सिंह बिट्टा ने कहा कि अगर कोई दरगाह अजमेर शरीफ जितनी पवित्र होती तो हम खुद सामने से आकर वहां राम मंदिर बनने से रोकने की अपील करते। अकबर और बाबर जैसे लोगों के नाम पर वहां मस्जिद नहीं बनेगा। बिट्टा का कहना है कि राम मंदिर तो जरूर बनेगा पर उसके लिए अगर सबकी सहमति बन जाती है तो देश में भाईचारा और शांति बनी रहेगी।
विश्वनाथ कॉरिडोर की प्रशंसा की
राम मंदिर के साथ साथ काशी में चल रहे विश्वनाथ कॉरिडोर की प्रशंसा करते हुए मनिंदर सिंह बिट्टा ने कहा कि बनारस में एक अलग ही दैविक शक्ति है। 40 मंदिर जो अब तक घरों में कैद थे उस शक्ति को अब आजादी मिली है। पिछली सरकारों से पूछना चाहिए कि उन मंदिरों के लिए आज तक कुछ क्यों नहीं किया गया।
बनारस में एक अलग ही ऊपरी शक्ति का निवास
बिट्टा ने कहा कि बनारस में एक अलग ही ऊपरी शक्ति का निवास है जिसने मुझ जैसे इंसान को भी चला दिया जो अपने दम पर सही से खड़ा भी नहीं हो सकता। मैं अकेला नंगे पैर चला हूं और मुझे कोई तकलीफ नहीं हुई, यह सिर्फ बनारस में ही हो सकता है। क्योंकि काशी बाबा भोले की नगरी है और यहां वह सच में वास करते हैं।
पिछली सरकारों ने नहीं किया मंदिरों का उद्धार
बिट्टा का कहना है कि अब तक जो 40 मंदिर दम घुट करके जी रहे थे उनको अब चैन की सांस मिल रही है। उनको घरों में कैद कर दिया गया था और स्वच्छता में जीने को भगवान और उनके मंदिर मजबूर थे। पिछली कई सरकारों से यह जवाब मांगा जाना चाहिए कि अब तक उन मंदिरों का उद्धार क्यों नहीं हुआ था और उनको घरों की कैद से क्यों नहीं छुड़ाया गया था। हमें इस बात की खुशी है कि जिन लोगों का भी घर हटाया गया है उनको उसकी वाजिब कीमत दी गई है।
आतंकवाद पर बोला हमला
ऑल इंडिया एन्टी टेररिज्म फोरम के चेयरमैन ने आतंकवाद पर हमला बोलते हुए कहा कि पिछले 5 सालों का रिकॉर्ड उठा कर देख लेना चाहिए, पाकिस्तान को उसकी जगह दिखा दी गई है और आतंकवादियों को मुंहतोड़ जवाब दिया जा रहा है। अब पाकिस्तान को भी पता है कि एक गोली के बदले 100 गोलियां सामने से आएंगी।
केंद्र सरकार की तारीफ की
पुलवामा में हुए हमले के अलावा पिछले 5 सालों में कोई पार्लियामेंट पर हमला नहीं कर पाया है और ना ही देश के किसी और कोने में। इस सरकार की काबिलियत है कि आज इमरान खान भी सामने से कह रहे हैं कि हम सुलह करना चाहते हैं। पाकिस्तान को यह समझ जाना चाहिए कि सुलह तब तक नहीं हो सकती जब तक पाकिस्तान आतंकवादियों का साथ देता रहेगा।
कश्मीर से हटनी चाहिए धारा-370
कश्मीर में 370 धारा हटाने को लेकर बोलते हुए मनिंदर सिंह बिट्टा ने कहा कि यह धारा हटनी चाहिए और अगर सरकार इस को जल्द से जल्द हटाती है तो हम पूरी तरह इसका साथ देंगे।