UP विधानसभा में मिले संदिग्ध पाउडर मामले में NIA ने दायर की क्लोजर रिपोर्ट, बंद हुई जांच

punjabkesari.in Monday, Oct 09, 2017 - 02:02 PM (IST)

लखनऊः विगत 12 जुलाई को यूपी विधानसभा में मिले कथित पाउडर पीईटीएन मामले में राष्ट्रीय जांच एजेंसी(एनआईए) ने क्लोजर रिपोर्ट दाखिल कर दी है। जिसमें एनआईटी की ओर से कहा गया है कि शुरुआती जांच में जिसे खतरनाक प्लास्टिक विस्फोटक पीईटीएन बताया गया था, वह हैदराबाद फोरेंसिक लैब की जांच में क्वार्ट्ज पाउडर निकला है।

सदन में पॉउडर कैसे पहुंचा, सवाल अब भी बरकरार
वहीं इस क्लोजर रिपोर्ट से यह साफ हो गया है कि जांच एजेंसी ने यह पता करने में कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई कि उक्त पाउडर विधानसभा में कहां से पहुंचा। बता दें एनआईए के एसपी अतुल गोयल ने लखनऊ में रिपोर्ट दाखिल की है।

पहली बार दाखिल की क्लोजर रिपोर्ट
एनआईए के एक अधिकारी ने बताया है कि हैदराबाद स्थित केंद्रीय विधि विज्ञान प्रयोगशाला की रिपोर्ट के आधार पर इस मामले को बंद कर दिया गया है। हाल के दिनों में यह पहला मौका है जब एनआईए ने किसी मामले में क्लोजर रिपोर्ट लगाई हो।

लकड़ी पर पॉलिश करने वाला था पॉउडर
सूत्रों का कहना है कि क्वार्ट्ज पाउडर का इस्तेमाल लकड़ी पर पॉलिश कर उसे चमकाने के काम में किया जाता है। विधानसभा में तमाम फर्नीचर लगे हुए हैं, जिनके लिए उक्त पाउडर का इस्तेमाल होना आम बात है। ऐसे में इसकी जांच का कोई मतलब नहीं था कि पाउडर कहां से आया।

विधानसभा में मचा था हड़कंप
उल्लेखनीय है कि योगी सरकार के बजट सत्र के दौरान सदन में 12 जुलाई को सीट नंबर 80 पर कुशन के नीचे संदिग्ध सफेद पाउडर मिला था। लखनऊ स्थित राज्य विधि विज्ञान प्रयोगशाला के निदेशक श्याम बिहारी उपाध्याय ने शुरुआती जांच में इस पाउडर के खतरनाक विस्फोटक होने का दावा किया था। इसके बाद सुरक्षा एजेंसियों में हड़कंप मच गया था।

जिसके बाद केंद्रीय विधि विज्ञान प्रयोगशाला से जांच कराने के लिए सैंपल हैदराबाद भेजा गया। वहां से रिपोर्ट आती, इससे पहले एनआईए ने मामले की जांच अपने हाथ में ले ली थी। 25 जुलाई को दिल्ली से आई एनआईए टीम ने लखनऊ पहुंच कर जांच शुरू कर दी थी। इससे पहले एटीएस इस मामले की जांच कर रहा था।