मोदी के खिलाफ चुनाव लड़ रहे गठबंधन प्रत्याशी तेजबहादुर का नामांकन रद्द, जाएंगे SC

punjabkesari.in Wednesday, May 01, 2019 - 04:54 PM (IST)

वाराणसी: नामांकन पत्र में त्रुटि पाए जाने पर वाराणसी से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ गठबंधन प्रत्याशी तेज बहादुर यादव का नामांकन रद्द हो गया है। तेज बहादुर तय समय सीमा के अंदर अपना डॉक्यूमेंट नहीं जमा कर पाए जिसकी वजह से चुनाव आयोग ने ये कार्रवाई की है। 

बता दें कि मंगलवार को चुनाव आयोग ने तेज बहादुर यादव को नोटिस जारी किया था। जिसमें कहा गया था कि तेजबहादुर यादव ने अपने नामांकन के लिए दिए गए हलफनामे में नौकरी से त्यागपत्र के लिए दो अलग-अलग वजह बताई है। चुनाव आयोग ने कल यानि बुधवार को 11 बजे तक जवाब देने के लिए कहा है। साथ ही ये भी हिदायत दी गई है कि अगर मामले को लेकर संतोषजनक जवाब नहीं मिला तो नामांकन खारिज हो सकता है।
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प्रधानमंत्री नहीं चाहते मैं उनके खिलाफ चुनाव लड़ूं: तेजबहादुर यादव 
पर्चा खारिज होने के बाद तेज बहादुर यादव ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि मेरा पर्चा खारिज कर दिया गया है। कल दोपहर में जिस तरीके से मुझे अचानक यह जानकारी दी गई कि आप को चुनाव आयोग का दिल्ली से एनओसी लाकर देना है वह भी 11:00 बजे तक। उसके बाद यह साफ हो गया था कि प्रधानमंत्री मोदी नहीं चाहते कि मैं उनके खिलाफ बनारस से चुनाव लड़ूं। जिस तरह से गठबंधन की तरफ से प्रत्याशी बनाए जाने के बाद समर्थन मिला है उसके बाद उन्हें डर लगने लगा है कि वह हार जाएंगे। जिसके बाद रणनीति के तहत काम हुआ और अचानक से मुझे पर आरोप लगाकर कि मेरा पर्चा खारिज कर दिया गया जो सच में मेरे ऊपर है ही नहीं। बहादुर का कहना था कि मुझको अनुशासनहीनता के लिए सेना से निकाला गया था ना कि भ्रष्टाचार के आरोप पर फिर भी मेरा पर्चा खारिज हो गया है। अब बनारस से प्रत्याशी शालिनी यादव होंगी या कोई और या अल्लाह कमाल तय करेगा।
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पता था तेजबहादुर को चुनाव नहीं लडऩे दिया जाएगा: सपा 
अपने उम्मीदवार का पर्चा खारिज होने के बाद समाजवादी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता मनोज राय धूपचंडी का कहना है कि यह सब होना था और हमें पहले से ही पता था क्योंकि तेज बहादुर मजबूत उम्मीदवार थे। इस बात की आशंका पहले से थी कि उनको चुनाव लडऩे नहीं दिया जाएगा इसलिए हमने शालिनी यादव का भी पर्चा दाखिल करवाया था। अभी वही वाराणसी से समाजवादी पार्टी की उम्मीदवार हैं और चुनाव लड़ेंगी। फिलहाल समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जो फैसला करेंगे वही अंतिम होगा। अभी शालिनी ही वाराणसी से सपा की अधिकृत उम्मीदवार के तौर पर मानी जा रही हंै।

डाक्यूमेंट्स में कमी थी इसलिए पर्चा हुआ निरस्त: सुरेंद्र सिंह
वाराणसी के डीएम सुरेंद्र सिंह ने बताया कि 102 लोगों ने 119 नामांकन किये थे जिसमें 31 लोगों का वैध पाया गया। सपा प्रत्याशी के नामांकन रद्द होने के सवालपर उन्होंने कहा कि तेजबहादुर ने 2 नामांकन किये थे। स्क्रूटनी में पाया गया कि डाक्यूमेंट्स में कमी थी जिसके लिए उन्हें कल शाम को समय दिया गया था ताकि 1 मई सुबह 11 बजे तक वो अपना डाक्यूमेंट्स व इलेक्शन कमीशन ऑफ इंडिया से एनओसी लेकर जमा कर दें लेकिन उन्होंने ऐसा नही किया। ऐसी स्थिति में उनका पर्चा निरस्त कर दिया गया। 

डीएम ने बताया कि कोई भी व्यक्ति जो सेंट्रल गवर्नमेंट या स्टेट गवर्नमेंट में नौकरी करता हो और डिसमिस हुआ हो और उसकी तारीख 5 साल के अंदर का हो ऐसे मामले में सेक्शन 9 the representative of people acts and sub clause of section 33 के तहत एक सर्टिफिकेट चुनाव आयोग से लाना होगा कि वो राष्ट्र या राज्य के खिलाफ किसी अवमानना के केस में डिसमिस नहीं हुआ है या हुआ है। दोनों ही मामले में वो चुनाव आयोग से सर्टिफिकेट लाने के लिए बाध्य है। डीएम ने बताया कि तेजबहादुर को सुबह 11 बजे तक का मौका दिया गया था लेकिन सर्टिफिकेट नही आने की वजह से उनका नामांकन रद्द कर दिया गया। ये प्रक्रिया पूरी सुनवाई के बाद पूरी की गई।

तेजबहादुर के अलावा शालिनी यादव ने किया नामांकन
गौरतलब है कि सोमवार को नामांकन के अंतिम दिन बड़े ही नाटकीय ढंग से समाजवादी पार्टी ने तेजबहादुर यादव को अपना कैंडिडेट घोषित कर नामांकन भी दाखिल करवा दिया। वाराणसी सीट से पहले से घोषित सपा प्रत्याशी शालिनी यादव ने भी अपना नामांकन दाखिल किया। दोनों उम्मीदवारों ने समाजवादी पार्टी की ही तरफ से नामांकन किया है। 
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कौन हैं तेज बहादुर यादव?
मालूम हो बीएसएफ के जवान रहे तेज बहादुर पिछले साल जम्मू-कश्मीर में तैनात जवानों को खराब खाना दिये जाने की शिकायत वाले वीडियो को सोशल मीडिया पर वायरल करने के बाद चर्चा में आये थे। उन्हें झूठे आरोप लगाने के आरोप में जुलाई 2018 में बर्खास्त कर दिया गया था। इस लोकसभा चुनाव में उन्होंने वाराणसी से प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ चुनाव लडऩे का फैसला किया था। वाराणसी से पीएम मोदी के खिलाफ लड़ रहे तेजबहादुर को कई पार्टियों का समर्थन मिल रहा है। तेज बहादुर यादव पिछले कई दिनों से पीएम मोदी के खिलाफ जोरदार प्रचार कर रहे हैं। चुनाव लडऩे के लिए जाते वक्त उन्होंने पीएम मोदी पर हमला बोलते हुए कहा था कि यह लड़ाई असली चौकीदार और नकली चौकीदार के बीच है। 


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Ajay kumar

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