खुल गया राज, आखिर क्यों लिखे भाषण पढ़ती हैं मायावती?

punjabkesari.in Friday, Apr 14, 2017 - 03:07 PM (IST)

लखनऊ: बसपा सुप्रीमो मायावती ने अंबेडकर जयंती के मौके पर भाजपा पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने अपने खिलाफ ‘साजिश’ रचने का आरोप मढ़ते हुए आज स्पष्ट संकेत दिये कि भाजपा विरोधी दलों से हाथ मिलाने में उन्हें परहेज नहीं है। साथ ही छोटे भाई आनंद कुमार को बसपा उपाध्यक्ष बनाने का एेलान किया। 

इस दौरान मायावती ने लिखे हुए भाषण को पढऩे के रहस्य से भी पर्दा उठाया। मायावती ने लिखे हुए भाषण पढऩे के आरोपों का जवाब देते हुए कहा कि 1996 में उनके गले का बड़ा ऑपरेशन हुआ था और पूरी तरह खराब हो चुका एक ‘ग्लैण्ड’ डाटक्रों ने निकाल दिया था। मौखिक भाषण देने में ऊंचा बोलना पड़ता है लेकिन डाक्टरों ने एेसा नहीं करने की सलाह दी है। 

बता दें कि विपक्षी दल मायावती पर लगातार आरोप लगाते आए हैं कि उन्हें बिना लिखे हुए भाषण देना ही नहीं आता। इसी आरोप का जवाब आज बसपा सुप्रीमो ने दिया।