योगी आदित्यनाथ के खिलाफ विपक्ष हुआ मुखर, जानिए किसने क्या कहा

punjabkesari.in Sunday, Mar 19, 2017 - 12:45 PM (IST)

नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में योगी आदित्यनाथ के नाम की घोषणा होते ही विपक्षी दल कांग्रेस, समाजवादी पार्टी (सपा), जनता दल यूनाइटेड तथा माक्र्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) ने उनकी कट्टर हिन्दुत्ववादी छवि को लेकर आलोचना शुरू कर दी है। 

हिन्दुत्व की राजनीति को BJP ने बढ़ाया-कांग्रेस 
कांग्रेस ने कहा कि आदित्यनाथ को मुख्यमंत्री बनाकर भाजपा और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) ने सिर्फ अपने संकीर्ण एजेंडे को आगे बढ़ाने का काम किया है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता तथा पूर्व केंद्रीय मंत्री एम वीरप्पा मोइली ने एक टेलीविजन से कहा, ‘भाजपा के लोगों ने हिन्दुत्व की राजनीति को बढ़ाया है... लेकिन भारत सिर्फ हिन्दुओं के लिए नहीं है।’ उन्होंने कहा कि भारत समावेशन तथा सार्वभौमिक भाईचारा यानी वसुधैव कुटुम्बकम में विश्वास करता है। भारत का मतलब जाति या धर्म नहीं है।


योगी पर कई गंभीर मामले दर्ज, CM बनाना अनुचित-माकपा
माकपा की पूर्व सांसद बृंदा करात ने कहा कि उत्तर प्रदेश में अगले मुख्यमंत्री के तौर पर आदित्यनाथ का चयन यह साबित करता है कि यह राज्य राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की नई प्रयोगशाला बनेगा। एक निजी टेलीविजन चैनल को दी गयी अपनी प्रतिक्रिया में करात ने कहा ‘सबका साथ, सबका विकास’ का नारा देने वाली भाजपा क्या योगी आदित्यनाथ के चयन के बाद ‘बहुमत और सर्वमत’ का राग अलाप सकेगी। राज्य सभा की पूर्व सदस्य ने कहा कि योगी आदित्यनाथ के खिलाफ दंगे और अन्य प्रकार के कई गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं और मुख्यमंत्री जैसे पद के लिए ऐसे व्यक्ति का चयन अनुचित है।  

अच्छा काम करके अपनी छवि सुधारें योगी-सपा 
समाजवादी पार्टी के नेता नरेश अग्र्रवाल ने आदित्यनाथ को राज्य का मुख्यमंत्री चुने जाने पर आज कहा कि उन्हें उम्मीद है कि छह महीने में योगी अपनी छवि सुधार लेंगे और पार्टी के ‘सबका साथ सबका विकास’ के नारे पर खरे उतरेंगे। अग्रवाल ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा ‘पहले तो मैं उन्हें इसके लिए बधाई देना चाहूंगा और इसके साथ ही यह उम्मीद भी करूंगा कि वह अच्छा काम करेंगे और अपनी छवि सुधार लेंगे।’  अग्रवाल ने कहा कि सपा इस काम के लिए योगी आदित्यनाथ को छह महीने का समय देती है और साथ ही आगाह करती है कि राज्य में ध्रुवीकरण और सांप्रदायिकता की राजनीति को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि अगर इस दौरान सांप्रदायिकता की राजनीति को हवा दी गई तो सपा इंतजार नहीं करेगी और छह महीने के पहले ही सरकार का विरोध करते हुए सड़कों पर उतर आएगी।  

CM का चयन दर्शाता है भाजपा की वास्तविक तस्वीर-जदयू 
जदयू के वरिष्ठ नेता के सी त्यागी ने बताया कि आदित्यनाथ का मुख्यमंत्री के रूप में चयन करना भाजपा की वास्तविक तस्वीर दर्शाता है। उन्होंने कहा कि आदित्यनाथ का चयन अवश्य ही प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और भाजपा ने किया है। वह कल यहां कांशीराम स्मृति उपवन में अपने मंत्रिमंडल के सहयोगियों के साथ अपरान्ह 2.15 बजे शपथ लेंगे। इस दौरान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, पार्टी अध्यक्ष अमित शाह और अन्य नेताओं के मौजूद रहने की उम्मीद है। आदित्यनाथ के अलावा उत्तर प्रदेश भाजपा अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्य और लखनऊ के महापौर डा. दिनेश शर्मा को उप मुख्यमंत्री पद के लिए पार्टी आलकमान ने चुना है।