शिया वक्फ बोर्ड: बाबरी मस्जिद विवाद भड़काने के लिए ''मौलवियों'' को पैसा दे रहा पाकिस्तान

punjabkesari.in Wednesday, Sep 06, 2017 - 08:14 PM (IST)

लखनऊः यूपी शिया वक्फ बोर्ड ने बाबरी मस्जिद विवाद को लेकर बड़ा खुलास किया है। वक्फ बोर्ड के चेयरमैन सैय्यद वसीम रिजवी ने दावा किया है कि राम जन्म भूमि-बाबरी मुस्जिद विवाद को बढ़ाने में पाकिस्तान का हाथ है। उन्होंने आरोप लगाए कि पाकिस्तान विवाद को बढ़ावा देने के लिए मौलवियों को पैसे से मदद कर रहा है। 

यूपी शिया वक्फ बोर्ड के चेयरमैन सैय्यद वसीम रिजवी का कहना था कि पाकिस्तान का मकसद है कि मौलवी हिंदू और मुस्लिमों के बीच तनाव बरकरार रखें और इससे भारत में अशांति फैली रहे। इसके वो मौलवियों को लगातार फंडिंग कर रहा है। 

चेयरमैन रिजवी दोबारा मुस्लिमों से विवादित जमीन से अपने हाथ पीछे हटाने की मांग दोहराई है। इससे पहले भी शिया वक्फ बोर्ड ने सुप्रीम कोर्ट में हलफनामा दायर कर कहा था कि अयोध्या में विवादित जगह पर राम मंदिर का निर्माण किया जाना चाहिए। इसके अलावा मस्जिद का निर्माण पास के मुस्लिम बाहुल्य इलाके में हो। हालांकि शिया वक्फ बोर्ड के इस राय से सुन्नी वक्फ बोर्ड सहमत नहीं हैं। 

रिजवी ने कहा था कि उसके पास 1946 तक विवादित जमीन का कब्जा था और शिया के मुत्वल्ली हुआ करते थे लेकिन ब्रिटिश सरकार ने इस जमीन को सुन्नी वक्फ बोर्ड को ट्रांसफर कर दिया था। शिया वक्फ बोर्ड ने सुप्रीम कोर्ट में कहा था कि वह विवाद के शांतिपूर्ण समाधान के पक्ष में है। 

बोर्ड ने कहा कि बाबरी मस्जिद बनवाने वाला मीर बकी भी शिया था, इसीलिए इस पर हमारा पहला हक बनता है। आपको बता दें कि हाल ही में एक बार फिर शिया वक्फ बोर्ड ने सुप्रीम कोर्ट में हलफनामा दायर करके अपना हस्ताक्षेप पेश किया है।