देशद्रोह और जासूसी के आरोप में बंद पाकिस्तानी कैदी की 17 साल बाद रिहाई, अटारी बॉर्डर के रास्ते लौटेगा अपने वतन

punjabkesari.in Thursday, Feb 06, 2025 - 11:35 AM (IST)

Gorakhpur News: उत्तर प्रदेश की गोरखपुर जेल में बंद पाकिस्तानी कैदी मोहम्मद मसरूफ उर्फ मंसूर उर्फ गुड्डू को रिहा कर दिया गया है। यह रिहाई गृह मंत्रालय के आदेश के बाद की गई है। रिहाई की प्रक्रिया के बाद मसरूफ को गोरखपुर से दिल्ली स्थित पाकिस्तानी दूतावास भेजा गया। वहां से कानूनी प्रक्रियाएं पूरी होने के बाद 7 फरवरी को उसे अटारी बॉर्डर भेजा जाएगा। बॉर्डर पर उसके दस्तावेज़ की जांच की जाएगी, और फिर पाकिस्तानी अधिकारियों को सौंप दिया जाएगा।

17 साल से भारत की जेल में बंद पाकिस्तानी कैदी रिहा
मिली जानकारी के मुताबिक, मसरूफ को 2008 में बहराइच पुलिस ने जासूसी, देशद्रोह, जालसाजी और साजिश रचने के आरोप में गिरफ्तार किया था। सुरक्षा एजेंसियों को शक था कि वह भारत में आतंकी संगठनों के लिए जानकारी एकत्र कर रहा था। जांच के बाद उसके खिलाफ देशद्रोह और जासूसी का मामला दर्ज किया गया था। 2013 में अदालत ने उसे सजा सुनाई थी।

2015 में मसरूफ को वाराणसी सेंट्रल जेल भेज दिया गया था
इसके बाद 2015 में मसरूफ को वाराणसी सेंट्रल जेल भेज दिया गया था, जहां उसने अन्य कैदियों को उकसाने और विद्रोह करने की कोशिश की। 2019 में उसे गोरखपुर जेल स्थानांतरित किया गया और हाई सिक्योरिटी बैरक में रखा गया। अब, उसकी सजा पूरी हो चुकी है, इसलिए कानूनी औपचारिकताएं पूरी करने के बाद उसे रिहा किया गया है।

मसरूफ अटारी बॉर्डर के रास्ते जाएगा अपने वतन
मसरूफ को गोरखपुर जेल से 9:30 बजे दिल्ली भेजा गया था, और 7 फरवरी को उसे अटारी बॉर्डर तक सुरक्षा एजेंसियों की निगरानी में ले जाया जाएगा। वहां पाकिस्तानी अधिकारियों को उसका हस्तांतरण किया जाएगा। अब, करीब 17 साल बाद मसरूफ अपने देश पाकिस्तान लौटेगा।


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Content Editor

Anil Kapoor

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