बड़ा खुलासा: पशु तस्कर के हाथों बिकी पुलिस! पैसे लेकर कराती है पशु तस्करी

punjabkesari.in Saturday, Jun 24, 2017 - 01:56 PM (IST)

गाजीपुर(अनिल कुमार): उत्तर प्रदेश में योगी सरकार बनने के बाद अवैध स्लाटर हाउस और गौ तस्करी को प्रतिबंधित करते हुए कड़े कानून बनाये गये थे। ये कानून कितना कारगर साबित हो रहा है इसका खुलासा आज जनपद में उस वक्त हुआ जब पशुओं से लदे वाहन को हिन्दू वाहिनी के कार्यकर्ताओं ने पकड़ा। आजमगढ़ से चलकर बिहार को जा रहे पशु तस्करों ने रास्ते मे पडऩे वाले प्रत्येक थाने और पुलिस चैकियों से कैसे बच निकलते हैं इसका खुलासा किया। इतना ही नहीं पकड़े गए पशु तस्कर ने प्रत्येक थाने और चैकियों का रेट भी बताया।

पुलिस की मिली भगत से हो रहा था खेल 
योगी सरकार द्वारा पुरे प्रदेश में पशु तस्करी पर बैन लगाया गया है। बावजुद इसके पशु तस्कर पुलिस की मिली भगत से जानवरों को प्रदेश से बाहर ले जा रहे हैं। इसका खुलासा उस वक्त हुआ जब हिन्दू युवा वाहिनी के लोगों को आज तड़के आजमगढ़ की सीमा से 50 गाडिय़ों में पशु भरकर बिहार भेजे जाने की सुचना मिली। 

सूचना पर वाहिनी के सदस्यों ने बिछाया जाल
वाहिनी के सदस्यों ने तड़के ही गंगा नदी पर बने हमीद सेतु के पास इनकी धर पकड़ शुरू कर दी। इनके जद में कुल आठ वाहन आये जिसमें दुधारू पशु अमानवीयता तरीके से भरे पड़े थे। वाहिनी के लोगों ने इन्हें पकड़कर कोतवाली पुलिस को जानकारी दी। सूचना पर कोतवाल भी मौके पर पहुंच गए और आरोपियों के खिलाफ कारवाई करते हुए कोतवाली ले आए। 

किस थाने में चढ़ते हैं कितने नोट
वहीं पकड़े गये पशु तस्करों से जब उनसे जानना चाहा कि वो कैसे पुलिस को चकमा देकर बिहार तक पहुंचते हैं तो उनका कहना है कि चकमा देकर नहीं बल्कि नकदी देकर वे आजमगढ़ से बिहार तक पहुंचते हैं। उन्होंने बताया कि आजमगढ़ पुलिस जिसमें मुबारकपुर 1700, जहानागंज 400, चिरैयाकोट मऊ 500, सरसेना मऊ 200, दुल्लहपुर गाजीपुर 500, जंगीपुर 500, जमानिया मोड़ 200,लोटनईमली चैकी 100,रजागंज 200,सुहवल 200,बारा 200, चैसा बिहार 100 रूपया लेकर हमें बिहार तक पहुंचाती है। इस तरह आजमगढ़ से बिहार तक जाने में एक गाड़ी पर करीब 6000 रूपया का खर्च आता है। ये पशु तस्कर रजागंज चौकी के पास पकड़ा गया जो 200 रुपया लेकर छोड़ चुकी थी। 

पशु तस्कर हर थाने में देते हैं रुपया-हिन्दू युवा वाहिनी 
हिन्दू युवा वाहिनी के महामंत्री राकेश जायसवाल ने बताया कि सुबह उन्हें जानकारी मिली थी कि करीब 50 गाड़ी दुधारू पशुओं को लेकर बिहार को जा रही है। रजागंज चौकी पर जानकारी देने के बाद पशु लेकर जा रहे करीब 8 गाडिय़ों को रुकवाया गया। इसमें भरी करीब 18 से 20 गाएं चौसा बिहार को जा रही थीं जो अलग अलग जिलों से ले जाई जा रहीं थीं। गाड़ी चालकों ने बताया कि हम इन्हें बिहार लेकर जा रहे हैं। साथ ही कहा कि हम सभी पुलिस थानों में पैसे देते हैं। मौके पर पहुंचने में सभी थानों में करीब 7 से 8 हजार रुपया खर्च हो जाता है। 

क्या कहते हैं अधिकारी?
जब इस बारे में गाजीपुर पुलिस अधीक्षक सोमेन वर्मा से जानना चाहा तो उन्होंने बताया कि आज 15 गाय 4 भैंस और 9 बछड़ा पकड़ा गया है। जो दुधारू है लेकिन उन्हें क्रुरतापूर्ण तरीके से बिहार ले जाया जा रहा था। वहीं पुलिस के द्वारा पैसे लेकर पशुओं की गाड़ी छोड़े जाने पर कहा कि यह जांच का विषय है। अगर पुलिस पैसे लेती तो दिन के उजाले में नहीं ले जाते रात के अंधेरे में नहीं।