CM याेगी द्वारा जलाए गए दीपक से बचे तेल काे खाना बनाने के लिए इकट्ठा कर रहे गरीब लाेग

punjabkesari.in Friday, Oct 20, 2017 - 04:35 PM (IST)

फैजाबादः हिंदुआें के सबसे बड़े धार्मिक त्याैहार दिवाली के माैके पर याेगी सरकार ने मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम की नगरी अयोध्या में एक लाख 71 हजार दीपक प्रज्जवलित कर गिनीज बुक आफ वल्र्ड रिकार्ड में नाम दर्ज करा दिया। 

सरयू घाट पर एक साथ प्रज्जवलित हुए इतने दीपक ने त्रेता युग के उस क्षण की याद दिला दी जब भगवान राम ने 14 वर्ष का वनवास काटने के बाद अयाेध्या में वापसी की थी। दिवाली के मौके पर मने इस बड़े जश्न में राज्यपाल राम नाईक के साथ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ समेत प्रदेश सरकार का लगभग पूरा कैबिनेट मौजूद था। 

याेगी सरकार के इस कदम की जहां काफी सराहना हाे रही है। वहीं दूसरी तरफ एक एेसी खबर भी सामने आ रही है जाे सरकार पर सवाल खड़े कर रही है। खबराें के मुताबिक याेगी सरकार द्वारा जो दिए जलाए गए थे उसके बचे हुए सरसों के तेल काे वहां का गरीब तबका बोतल में भर रहा है ताकि उसका इस्तेमाल खाने और दूसरी ज़रूरतों के लिए कर सके। 
नाईक और योगी ने जलाये 21 दीपक
ज्ञात हाे कि अयोध्या में बहुप्रचारित दीपोत्सव कार्यक्रम में राज्यपाल राम नाईक और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 21 दीपक जलाये। दोनों ने 51 हजार बत्तियों के साथ वैदिक मंत्रोच्चारण के बीच सरयू नदी की आरती भी की।

बाबरी मस्जिद कमेटी ने खड़े किए सवाल
बाबरी मस्जिद कमेटी ने याेगी सरकार के इस कदम पर सवाल खड़े किए हैं। उनका कहना है कि प्रदेश सरकार एक धर्म विशेष सरकार की तरह काम कर रही है। योगी सरकार के अयोध्या में इस वर्ष सरकारी स्तर पर दीवाली मनाने तथा सरकारी खर्च से भगवान राम की विशाल मूर्ति बनाने के फैसले को भी देश के धर्मनिरपेक्ष स्वरूप तथा संविधान के अनुच्छेद 27 की सरासर अवहेलना माना है।