जर्मनी के राष्ट्रपति कल वाराणसी करेंगे गंगा आरती और नौका विहार, जानिए पूरा कार्यक्रम

punjabkesari.in Wednesday, Mar 21, 2018 - 06:01 PM (IST)

वाराणसी: जर्मनी के राष्ट्रपति फ्रांक वाल्टर श्टाइनमायर वीरवार एक दिवसीय दौरे पर उत्तर प्रदेश की धार्मिक एवं सांस्क़ृतिक नगरी वाराणसी आएंगे। यहां वह गंगा आरती एवं नौका विहार करेंगे। उनकी यात्रा के मद्देनजर यहां तमाम तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। अपर जिला अधिकारी अरुण कुमार ने जर्मनी के राष्ट्रपति फ्रांक वाल्टर का पूरा कार्यक्रम बताया।

जानिए पूरा कार्यक्रम 
उन्होंने बताया कि श्टाइनमायर भगवान बुद्ध की तपोभूमि सारनाथ का भ्रमण और बीएचयू के छात्र-छात्राओं से रुबरू होने के बाद गंगा में नौका विहार करेंगे। जिसके बाद वह घाटों की अछ्वुत छटा निहारेंगे। दशाश्वमेध घाट पर शाम को होने वाली विश्वप्रसिद्ध गंगा आरती में शामिल होकर पूजा-अर्चना करेंगे। उन्होंने बताया कि विदेशी मेहमान विशेष विमान से दिन में लगभग 12 बजे बाबतपुर के लाल बहादुर शास्त्री अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा पहुंचेगे। उनका यहां से सारनाथ के बौद्ध संग्रहालय, महाबोधि मंदिर और धज्मेस स्तूप का भ्रमण का कार्यक्रम प्रस्तावित है। सारनाथ भ्रमण के बाद से नदेसर के होटल ताज गेटव आएंगे और दोपहर का भोजन तथा आराम करेंगे। इसके बाद वह बीएचयू और अपराह्न लगभग चार बजे से पौने छह बजे के दौरान यहां के छात्र-छात्राओं से रुबरू होंगे।  

वाराणसी की प्रचीन परंपरा एवं संस्कृतिक के मुताबिक किया जाएगा स्वागत 
उन्होंने बताया कि जर्मनी के खास मेहमान के बाबतपुर हवाई अड्डा पहुंचने पर वाराणसी की प्रचीन परंपरा एवं संस्कृतिक के मुताबिक स्वागत किया जाएगा। असि घाट पर हर-हर महादेव के जयकारे और शंख ध्वनि के बीच उनका गर्मजोशी से स्वागत की तैयारी है। कुमार ने बताया कि श्टाइनमायर अपने आठ घंटे के दौरा पूरा करने के बाद रात लगभग आठ बजे बाबतपुर हवाई अड्डे से विशेष विमान से नई दिल्ली के लिए रवाना हो जाएंगे। अधिकारिक सूत्रों ने बताया कि गंगा घाटों के अलावा उनके सड़क यात्रा मार्गों पर हजारों की संख्या में स्कूली बच्चे भारत और जर्मनी के झंडे हाथों में लेकर उनका स्वागत करेंगे। वाराणसी की प्रचीन सांस्कृतिक एवं धार्मिक पहचान को प्रदर्शित करने वाले कार्यक्रम गंगा घाटों पर आयोजत किए जाएंगे।  उन्होंने बताया कि घाटों की विशेष साफ-सफाई की गई और और कल खास मेहमान के पहुंचने से पहले उन्हें फूलों से सजाने की तैयारियां की जा रही है। संभावित भ्रमण स्थलों एवं मागों पर भारत और जर्मनी के राष्ट्रीय ध्वज लगाए जा रहे हैं। 

सुरक्षा के किए गए पुख्ता इंतजाम 
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आर के भारद्वाज ने बताया कि जर्मनी के राष्ट्रपति के दौरे के मद्देनजर अभेद्य सुरक्षा इंतजाम कि ए गए हैं। संभावित कार्यक्रमों स्थलों एवं यात्रा मार्गों पर जल, थल और आकाश से अत्याधुनिक हथियारों एवं यंत्रों की मदद से सुरक्षा निगरानी की जा रही हैं। सुरक्षा तैयारियों का ब्यौरा देते हुए उन्होंने बताया कि  श्टाइनमायर के यात्रा कार्यक्रामों के मद्देनजर सुरक्षा के लिए 12 पुलिस अधीक्षक, 18 अतरिक्त पुलिस अधीक्षक, 30 क्षेत्राधिकारी, 210 दारोगा, 1000 सिपाही तथा पीएसी और केंद्रीय अद्र्धैसैनिक बलों के जवानों को जगह-जगह तैनात किया है।  उन्होंने बताया कि विदेशी मेहमान के यात्रा कार्यक्रमों के मुताबिक शहर में यातायात व्यवस्था में व्यापक बदलाव किए गए हैं।  

पहले भी कई देशों के राष्ट्रपति आ चुके हैं यहां 
गौरतलब है कि  श्टाइनमायर 10 दिनों में मंदिरों के इस प्रचीन शहर का भ्रमण करने वाले दूसरे राष्ट्राध्यक्ष होंगे। इससे पहले गत 12 मार्च को फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों मोदी के साथ यहां एक दिवसीय दौरे पर आए थे। दोनों शीर्ष नेताओं ने बड़ा लालपुर स्थित दीन दयाल हस्तकला संकुल में आयोजित यहां की हस्तकला प्रदर्शनी देखने के बाद गंगा में नौका विहार कर घाटों के अछ्वूत नाजारे का आनंद लिया था।  इससे पहले 12 दिसंबर 2015 को जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे मोदी के साथ यहां आये थे और अन्य कार्यक्रमों के साथ-साथ ऐतिहासिक दशाश्वमेध घाट पर गंगा मां की पूजा-अर्चना के बाद विश्व प्रसिद्ध गंगा आरती में भाग लिया था। 

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