बेईमानी के आरोप पर रो पड़े रामगोपाल यादव, बोले- मैं समाजवादी पार्टी का संस्थापक सदस्य हूं

punjabkesari.in Monday, Nov 14, 2016 - 12:04 PM (IST)

लखनऊ: समाजवादी पार्टी से 6 साल के लिए बर्खास्त हुए रामगोपाल यादव सोमवार को प्रेस कॉफ्रेंस के दौरान अपने ऊपर लगे भ्रष्‍टाचार के आरोपों पर रो पड़े। उन्‍होंने कहा कि मुझे बेहद तकलीफ हुई है जब मुझ पर भ्रष्‍टाचार के आरोप लगाए गए। उन्‍होंने कहा कि मुझे कभी भी मंत्री नहीं बनना और न ही मैं ऐसा कुछ चाहता हूं। उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनाव अखिलेश यादव के चेहरे पर लड़ा जाए। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष खुद ये घोषित करें। 

शिवपाल पर निकाली भड़ास
प्रेस कॉफ्रेंस के दौरान रामगोपाल यादव ने अपने भाई शिवपाल यादव पर भड़ास निकालते हुए कहा कि विधानसभा चुनावों के लिए टिकट बंटवारे पर जमकर मनमानी हो रही है। उन्‍होंने कहा कि समाजवादी पार्टी से कई नेताओं को असंवैधानिक तरीके से निकाला गया। मैं समाजवादी पार्टी का सदस्‍य हूं, मैं समाजवादी पार्टी का संस्थापक सदस्य हूं। 

घरेलू कलह के लिए ठहराया गया था जिम्मेदार
गौरतलब हो कि 23 अक्तूबर को उत्तर प्रदेश समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव ने अपने चचेरे भाई और पार्टी महासचिव प्रो. रामगोपाल यादव को घरेलू कलह के लिए जिम्मेदार ठहराते हुए छह साल के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया था। सपा पार्टी के उच्च अधिकारियों का आरोप था कि रामगोपाल यादव पार्टी के खिलाफ षड्यंत्र रच रहे हैं। जिस पर गंभीरता दिखाते हुए रविवार को मुलायम की सलाह पर उन्हें छह साल के लिए पार्टी से निकालने का फैसला लिया गया था।   

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