''ठुमरी की रानी'' गिरिजा देवी का मणिकर्णिका घाट पर हुआ अंतिम संस्कार, भारत रत्न की उठी मांग

punjabkesari.in Thursday, Oct 26, 2017 - 07:45 PM (IST)

वाराणसी(विपिन मिश्रा)- वो आवाज जो न केवल बनारस घराने, बल्कि पूरे देश और दुनिया में एक पहचान बना चूकी थी वो खामोश थी। जिसकी ठुमरी, चैयती, दादरा की गायकी से माहौल में एक गर्मजोशी आ जाती थी उसका पार्थिव शरीर अब ठंडा पड़ चूका था। पद्मविभूषण गिरिजा देवी वे नाम रहा जिन्होंने शास्त्रीय गायकी को उस मुकाम तक पहुचाया जिसका कोई सानी नहीं है और वो भी तब जब महिलाओं के लिए गायन काफी कठिन था। उनके निधन के बाद उनकी सैकड़ों शिष्य-शिष्याओं में से भी उनकी जगह लेने वाला कोई नहीं है। मंगलवार रात में कलकत्ता में निधन के बाद उनका पार्थिव शरीर उनके वाराणसी स्थित संजय गाधी नगर स्थित आवास पर पहुचा तो लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा। सभी की आखें नम थी। अब गिरिजा देवी के निधन के साथ ही उनको भारत रत्न दिए जाने की भी मांग उठने लगी है।   

अप्पा जी काे मिलना चाहिए भारत रत्नः मालिनी अवस्थी
प्रसिद्ध गायिकी मालिनी अवस्थी ने कहा कि अप्पा जी (गिरिजा देवी) महान गायिका के साथ साथ एक अच्छी इंसान थीं। उनके गानाें के जरिए उनकी याद ताउम्र बनी रहेगी। इसके बावजूद ये भरपाई कभी हाेने वाली नहीं है। उन्हाेंने कहा कि अप्पा काे भारत रत्न मिलना ही चाहिए। आैर अगर मिलता भी है ताे ये किसी गायिका का सम्मान नहीं बल्कि भारत रत्न का सम्मान हाेगा। 

संगीत के लिए बहुत बड़ी छति-डीएम
गिरिजा देवी की मृत्यु संगीत के लिए बहुत बड़ी छति है विशेष रूप से ठुमरी के लिए। ठुमरी जिसे अध्यात्मिक से जाेड़कर उन्हाेंने इसे अन्तरार्ष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाई, ये उनका बहुत बड़ा याेगदान है। अगर भारत रत्न के बारे में काेई प्रस्ताव आता है ताे उसे हम लाेग जरूर आगे बढ़ाने काम करेंगे।