दूल्हे की जिद के आगे झुका प्रशासनः गाजे-बाजे के साथ कल हाेगी संजय जाटव की शादी

punjabkesari.in Saturday, Jul 14, 2018 - 08:22 PM (IST)

कासगंज(विवेक राय)- बीते कई दिनों तक सुर्खियों में रही दलित संजय जाटव की शादी का मसला आखिरकार सुलझ ही गया। 20 अप्रैल को होने वाली संजय जाटव की शादी दुल्हन के नाबालिग हाेने की वजह से तीन महीने के लिए टल गयी थी। अब संजय की शादी कल 15 जुलाई निजामपुर गांव में में होगी। 

सुरक्षा के कड़े इंतजाम
शादी को लेकर जिला प्रशासन पूरी तरह अलर्ट हो गया है। प्रशासन ने शादी को शान्ति से कराने के लिए कड़े इंतजाम किये हैं। जिला प्रशासन ने 70 कॉन्स्टेबल, 10 महिला कॉन्स्टेबल, 12 एसआई, दो एसएचओ, दो एसओ आैर एक प्लाटून पीएसी लगाई है। साथ ही पूरी शादी की मॉनिटरिंग करने के लिए एडीएम, एएसपी और सीओ, एसडीएम भी लगाए गए हैं। 

क्या है पूरा मामला?
दरअसल कासगंज के निजामपुर गांव में सवर्ण जाति के लोगों द्वारा कई दशकों से चली आ रही पंरपरा की दुहाई देकर दलित युवक संजय जाटव की बारात को निकलने ना दिए जाने के बाद पीड़ित ने सूबे के मुख्यमंत्री से लेकर हाईकोर्ट तक का दरवाजा खटखटाया था। जिसके बाद निजामपुर गांव लगातार सुर्खियों में बना रहा। दूल्हा संजय जाटव अपनी बारात को पूरे गांव में घुमाये जाने की मांग कर रहा था तो वहीं सवर्ण जाति के लोग दशकों पुरानी चली आ रही परंपरा का हवाला देकर इसके खिलाफ थे। अब प्रशासन ने डीएम, एसपी और आलाधिकारियों की मौजूदगी में बारात संपन्न कराने का फैसला लिया है। 

राेड़ मैप तैयार
शादी किस जगह से हाेकर जाएगी इसके लिए बाकायदा राेड़ मैप तैयार किया गया है। 


क्या कहते हैं जिलाधिकारी?
डीएम कासगंज राजेद्र प्रताप सिहं ने बताया कि शादी में भारी मात्रा में पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। जरूरत पड़ी ताे हम लाेग भी वहां जाएंगें। बारात निकालने काे लेकर जाे विवाद था दाेनाें पक्षाें की रजामंदी के बाद समाप्त कर दिया गया था। कुछ लाेग माहाैल बिगाड़ने की काेशिश कर सकते हैं इस वजह से पुलिस फाेर्स तैनात की गई है। 

अब मुझे किसी प्रकार की कोई आपत्ति नहींः दूल्हा
मेरी शादी शीतल के साथ तय हुई है। वहां पर बारात के संबंध में कुछ मामला चला था। मेरी मांग थी कि जैसे हर बेटी की बारात को पूरी गांव की हर गली में होकर निकाला जाता है, वैसे ही मेरी भी निकले। जो मैं मांग कर रहा उसके चलते दोनों पक्षों को बुलाकर साफ कर दिया गया है। मुझे किसी प्रकार की कोई आपत्ति नहीं है। जहां से मेरी बारात जानी थी वहां सभी लोग मेरा सहयोग कर रहे हैं। क्षत्रिय समाज के लोगों ने मेरा साथ दिया है। प्रशासन ने हमारी काफी मदद की है।

दाेनाें पक्षाें में पहले ही हाे चुका है इन शर्ताें काे लेकर समझाैता-
शर्त नम्बर 1- बारात का जनमासा लगेगा निजामपुर गांव के बाहर।
शर्त नम्बर 2- नक्शे के हिसाब से गांव के कुछ हिस्सों में ही घुमेगी बारात।
शर्त नम्बर 3- बारात में कोई भी राजनैतिक संगठन नहीं कर सकेगा प्रतिभाग।
शर्त नम्बर 4- बारात में कोई व्यक्ति नहीं लायेगा अस्त्र-शस्त्र आैर ना कर सकेगा मादक पदार्थों का सेवन।
शर्त नम्बर 5- माइक से कोई भी व्यक्ति नहीं कर सकेगा आपत्तिजनक भाषा का प्रयोग।
शर्त नम्बर 6- जिन गलियों से बारात जानी है वहां ऐसे वाहनों का प्रयोग करना होगा जिससे असानी से निकल सके बारात।
शर्त नम्बर 7- सम्पूर्ण गांव के व्यक्ति बनाये रखेगें शांति व्यवस्था।
शर्त नम्बर 8- जिले में धारा 144 लागू होने के कारण कोई व्यक्ति शांति व्यवस्था को बिगाड़ने का नहीं करेगा प्रयास।

Ajay kumar