शाह ने संघ की आलोचना करने वालों को आड़े हाथों लिया

punjabkesari.in Tuesday, Oct 10, 2017 - 08:09 PM (IST)

लखनऊ: भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) अध्यक्ष अमित शाह ने राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ की आलोचना करने वालों को आड़े हाथों लेते हुए आज कहा कि संघ में तमाम ऐसे लोग हैं जिनका बैंक खाता ही नहीं है।

शाह यहां राज्यपाल राम नाईक और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ संघ के पांच सरसंघचालकों हो हि हेडगेवार, गुरु गोलवरकर, भाऊराव देवरस, रज्जू भैया और सुदर्शन जी पर लिखी किताब का विमोचन कर रहे थे। उन्होंने कहा कि तमाम कठिनाइयों के बावजूद संघ प्रमुखों ने संगठन को इस मुकाम तक पहुंचाया। संघ के रास्ते में अनेक संकट आये। प्रतिबंध भी लगा लेकिन वे डिगे नहीं। संघ में न तो कोई झगड़ा है और न ही कोई विवाद। हर विषय को बहुत ही शान्ति से निपटा लिया जाता है। परंपरा और भगवा संगठन के गुरु हैं।

भाजपा अध्यक्ष ने संघ के रास्ते में आयी कठिनाइयों का जिक्र करते हुए कहा कि एक समय ऐसा आया जब लगा कि उन जैसे लोगों को राह दिखाने वाली ज्योति बुझ जायेगी लेकिन तपस्वियों के इस संगठन ने रास्ता खोज ही लिया। एक जमाना था जब हिन्दू कहने के लिए भी शक्ति चाहिए थी।  

शाह ने कहा कि संघ के पावर हाउस से बहुत बड़े-बड़े लोग निकले हैं। तमाम ऐसे सपूतों को इस संगठन ने आगे बढ़ाया जिसने देश को मजबूती दी। उन्होंने कहा कि संघ और उसके प्रमुखों के बारे में जानकारी दी जानी चाहिए। उनका कहना था कि अभी भी कई ऐसे लोग मिल जायेंगे जिन्हें हेडगेवार जी के बारे में जानकारी ही नहीं होगी। 

इस अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ परिवारवादी नहीं बनने की ²ष्टि दी है। संघ देश को परम वैभव दिया है। संघ के स्वयं सेवक ने प्रधानमंत्री बन देश को नयी दिशा दी। योगी ने कहा कि संघ के बारे में कुछ लोगों ने भ्रान्ति फैलायी। संघ देशभक्त बनाने वाला संगठन है। नागरिकों में देश के इतिहास को जानने की प्रेरणा देता है क्योंकि जिसे अपने इतिहास का बोध नहीं वह भूगोल की रक्षा नहीं कर सकता।

उन्होंने कहा कि बिना सरकारी मदद के इतना बड़ा संगठन चलाना मामूली बात नहीं है। संघ के कार्यों की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि यह संगठन नहीं होता तो बन्दे मातरम् को जान ही नहीं पाते। तुष्टिकरण का आलम यह था कि इसकी वजह से यह राष्ट्रगीत गाया ही नहीं गया। विमोचन समारोह में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के पदाधिकारी, योगी सरकार के कई मंत्री और गणमान्य नागरिक मौजूद थे।