शहीद साहब शुक्ला को देखने उमड़ी लाखों की भीड़, राजकीय सम्मान के साथ हुआ अंतिम संस्कार

punjabkesari.in Monday, Jun 26, 2017 - 12:38 PM (IST)

गोरखपुर: देश पर प्राण न्यौछावार करने वाले गोरखपुर के सीआरपीएफ जवान साहब शुक्ला का अंतिम संस्कार सोमवार को उनके पैतृक गांव मझगांवा में पूरे राजकीय सम्मान के साथ किया गया। इस दौरान शहीद को श्रदांजलि देने के लिए गांव के लोगों के साथ ही आसपास के क्षेत्र से वहां पर हुजूम उमड़ पड़ा।

गोरखपुर से मझगांवा तक लगभग 40 किमी रास्ते पर जगह जगह लोग शहीद को श्रद्धांजलि देने के लिए खड़े थे। मलांव की दुकानें शोक में बंद रखी गई हैं। पार्थिव शरीर गांव में लाए जाने पर जब तक सूरज चांद रहेगा साहब तेरा नाम रहेगा..तथा कौन आया कौन आया, भारत मां का लाल आया के नारे लगने लगे। हजारों की संख्या में वहां मौजूद लोगों में जवान को खोने का गम है तो पाकिस्तानी बैट की बर्बर कार्रवाई के प्रति गुस्सा भी।

पाकिस्तान मुर्दाबाद के लगे नारे 
बड़ी संख्या में जुटे युवा पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारे लगाकर अपने गुस्से का इजहार कर रहे हैं। राज्य सरकार के प्रतिनिधि के रूप में सिंचाई मंत्री एवं जिले के प्रभारी मंत्री धर्मपाल सिंह जवान के अंतिम संस्कार में शामिल होने पहुंचे हैं। जिला एवं मण्डल प्रशासन के अधिकारी भी गांव में मौजूद हैं।

इससे पहले सीआरपीएफ के डीआइजी, डिप्टी कमांडेंट दिल्ली से सेना के विशेष विमान से शहीद साहब शुक्ला का पार्थिव शरीर लेकर रविवार शाम 7.15 बजे एयरपोर्ट पहुंचे। यहां कमिश्नर अनिल कुमार, डीआइजी नीलाब्जा चौधरी, जिलाधिकारी राजीव रौतेला, एसएसपी आरपी पांडेय, एसपी सिटी विनय सिंह, एसपी साउथ ज्ञान प्रकाश चतुर्वेदी ने पुष्पचक्र अर्पित कर शहीद को श्रद्धांजलि दी। एयरपोर्ट पहुंचे शहीद साहब शुक्ल के बड़े बेटे सौरभ, देवाशीष, ससुर सुरेंद्र धर दूबे, चाचा संतोष की आंखें दुख से नम थीं। गांव से आए लोग भारत माता की जय, साहब शुक्ल अमर रहे के नारे लगा रहे थे।

CM योगी ने शहीद के परिजनों को 25 लाख रुपए देने की घोषणा की 
शहीद का अंतिम-संस्कार सोमवार को होने और घर पर सुरक्षित शव को रखने की व्यवस्था न होने की जानकारी मिलने पर डीएम ने पार्थिव शरीर जिला अस्पताल की मच्र्युरी में रखवा दिया था। साहब के बड़े बेटे सौरभ ने बताया कि सोमवार को उनके पैतृक गांव रुदाइन मझगांवा में पिता अंतिम संस्कार राप्ती नदी के तट पर होगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शहीद के परिजनों को 25 लाख की आर्थिक मदद की घोषणा की है। उन्होंने जल्द ही उनसे आकर मिलने की बात भी की है, इसके बाद परिजन शहीद का अंतिम संस्कार करने के लिए तैयार हुए।