गोरखपुर में शिक्षामित्रों का प्रदर्शन, कहा-याेगी सरकार की कथनी आैर करनी में अंतर

punjabkesari.in Wednesday, Jul 26, 2017 - 03:28 PM (IST)

गोरखपुर(रूद्र प्रताप सिंह)-सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर जहां एक तरफ कुछ शिक्षामित्राें द्वारा जश्न मनाया जा रहा है ताें वहीं कुछ शिक्षामित्र इसके विराेध में उतर आए हैं।मामला मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के संसदीय क्षेत्र गाेरखपुर का है। जहां शिक्षामित्राें ने सड़कों पर उतर कर विरोध प्रदर्शन करते नजर आये। आपको हम बता दें कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आज अयाेध्या दाैरे पर हैं। 

इससे पहले गोरखपुर शहर के शिक्षा मित्र बड़ी संख्या में आज डायड से निकल कर सडकों से होते हुए गोरखनाथ मंदिर के लिए रवाना हुए। जिन्हें राेकने के लिए माैके पर तैनात पुलिस काे काफी मसक्कत करनी पड़ी। 

हमें सरकार नियमित करे नहीं ताे करेंगे आंदाेलन-शिक्षामित्र
प्रर्दशनकारी शिक्षामित्राें का कहना है कि मुख्यमंत्री ने हमें भरोसा दिया था कि चुनाव में जीत के बाद आपकी समस्याओ का निदान करेंगे। 
-न्यायिक तरीके से आप लाेगाें की व्यवस्था 3 महीने के अंदर करेंगे। 
-सरकार ने अभी तक जाे व्यवस्था की है सब सामने दिखाई दे रहा है हम सभी शिक्षामित्र अब राेड़ पर हैं। 
-हम मुख्यमंत्री जी काे ज्ञापन देने जा रहे हैं आैर उन्हें उनका संकल्प पत्र याद दिलाने जा रहे हैं कि आपने कहा क्या था, आपकी कथनी आैर करनी में कितना अंतर है। 
-सरकार चाहे ताे पूर्व की स्थित में स्कूल में रखकर बच्चाें काे पढ़वा सकती है।
-उन्हाेंने सवाल किया कि हमने सरकार के मान्यतानुसार 20 साल स्कूलाें में जाे समय दिया हमारा क्या कसूर था। अगर काेर्ट हमारी मांगाें काे नहीं मानती है ताे हम अनवरत प्रर्दशन करेंगे। 
-इस फैसले से हमारा ही नहीं नहीं दाे पीढ़ियाें के बच्चाें का भी भविष्य बर्बाद हुआ है।
-पीड़ित शिक्षामित्र ने कहा कि जब हम 3500 रुपये वेतन पाते थे ताे उस समय याेग्य थे जब 40,000 पाने लगे ताे अयाेग्य कैसे हाे गए।