‘सोशल: EVM से छेड़छाड़ सिर्फ युद्ध में की जाती है, छोटी लड़ाइयों में नहीं’

punjabkesari.in Thursday, Mar 15, 2018 - 03:13 PM (IST)

लखनऊ: गोरखपुर और फूलपुर लोकसभा उपचुनाव के नतीजे सामने आने के बाद उत्तर प्रदेश के गांव शहर के गली कूचों तक भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) समर्थकों और विरोधियों के बीच बहस का बाजार गरम हैं वहीं सोशल मीडिया पर भाजपा नेतृत्व को नसीहत देने और सहानुभूति प्रकट करने वालों की तादाद भी कम नही है। 

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के गढ गोरखपुर और उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के क्षेत्र फूलपुर में मिली हार से भाजपा समर्थक सकते में है, वहीं भाजपा को नापसंद करने वालों की बांछे खिली हुयी है। फेसबुक,टिव्टर और व्हाट््सएप पर पिछले 24 घंटे से उपचुनाव के नतीजों पर सहानुभूति दर्शाने और गुबार निकालने संबंधी मैसेजों की बाढ़ आयी हुयी है। 

-हर्ष अग्रवाल ने ट्वीट किया, ‘चिंता मत करिए जो भी गैर भाजपाई उम्मीदवार चुनाव जीत रहे हैैं, उन सबको भाजपा में शामिल करा लिया जाएगा।’ 
-कीर्ति ने ट्वीट किया ‘काश सिर्फ गायों को वोट देने का अधिकार होता।’ 
-पत्रकार और लेखक सुधींद्र कुलकर्णी का ट्वीट है,‘यह अंत की शुरुआत है!... 2014 की लहर 2019 में 180 डिग्री से पलट जाएगी।’
-वरिष्ठ पत्रकार प्रिया सहगल का कहना है, ‘उस समय जबकि भाजपा उत्तर-पूर्वी भारत जैसे नए क्षेत्रों में अपनी पहुंच बना रही है, वहीं अपने गढ़ कहलाने वाले क्षेत्रों में पकड़ खो रही है। मध्य प्रदेश, राजस्थान, उत्तर प्रदेश और बिहार के उपचुनाव का यह एक स्पष्ट संदेश है।’
-व्यंग्यकार आलोक पुराणिक का ट्वीट है, ‘खुद साफ होकर सपा-बसपा की जीत में कांग्रेस खुश है। दिल भर आया, दूसरों की खुशी में खुश होने का भारतीय संस्कार अभी गया नहीं है।’
-मृत्युजंय ने ट्वीट किया ‘बच्चे मरे और उन्हें कई फर्क नहीं पड़ा। लेकिन जनता इसे नहीं भूली।’
-सुयश सुप्रभ की फेसबुक पोस्ट है, ‘गोरखपुर के बच्चे बोल नहीं पाए थे। वोट बोल रहे हैं। शुक्र है देश में श्मशान की शांति नहीं है। ’
-धर्मेंद्र पंवार ने ट्वीट किया ‘ईवीएम से छेड़छाड़ सिर्फ युद्ध में की जाती है, छोटी लड़ाइयों में नहीं।’
-विप्लव पांडेय कहते हैैं ‘भाजपा को यह समझना चाहिए कि कारपोरेट सेक्टर जैसा विशाल हेडक्वार्टर, हर जिले में कार्यालय और दुनिया में किसी भी राजनीतिक दल से ज्यादा कार्यकर्ता का मतलब भारत का विकास नहीं है।’
-नतीजों को एक लाइन में समेटते हुए रामेश्वर पाठक कहते हैैं ‘बुआ-बबुआ का वोट, भाजपा पर चोट।’
-डीएन यादव ने चुटकी काटते हुए कहते हैैं-‘फूलपुर से फूल गायब...।’
-तारिक अंसारी ने लिखा ‘गोरखपुर आज ऑक्सीजन की कमी से मारे गए सैकड़ों बच्चों को श्रद्धांजलि दे रहा है।’
-वहीं एहसान खान का ट्वीट है- ‘जब गोरखपुर में कमल भी मुरझा जाए तो समझ लीजिए वहां ऑक्सीजन की कितनी कमी है...।’
-रोहित ने ट्वीट किया ‘नरेश अग्रवाल का जाना सपा के लिए शुभ साबित हुआ।’

भाजपा के प्रति हमदर्दी का इजहार- 
दूसरी ओर भाजपा के प्रति हमदर्दी का इजहार करने वालों की भी कोई कमी नही है।
-अंकित गुप्ता ट्वीट में भाजपा को हौसला बंधाते हैैं कि दिल्ली उपचुनाव हारा तो गुजरात जीता, राजस्थान उपचुनाव हारा तो त्रिपुरा जीता, अब यूपी उपचुनाव हारा तो... सिद्धारमैया तो गयो।
-इसी तरह सपा-बसपा की उमंग पर राज ने ट्वीट कर तंज किया- ‘बरसात हुई है, नाले उफान पर हैैं। आज गंगा तो क्या समुद्र को भी चैलेंज कर देंगे।’
-रिया घोषाल ने सोशल मीडिया पर भाजपा समर्थकों को हार की वजह ठहराते हुए कहती हैैं कि सब यही मान कर घर बैठे रहे कि योगी तो जीत ही जाएंगे, जबकि बाकियों ने बड़ी संख्या में निकल कर वोट डाल दिया। 
-अनिल तिवारी इसे योगी नहीं, भाजपा की हार ठहराते हुए कहते हैैं- ‘गोरखपुर में सिर्फ मठ ही जीत सकता है, यह बात आज भाजपा के शीर्ष नेताओं को समझ आ गई है। वहां भाजपा नहीं, सिर्फ मठ है।’