काशी में बोले PM मोदी, कई राज्यों में विचारधारा के कारण हो रही BJP कार्यकर्ताओं की हत्या

punjabkesari.in Monday, May 27, 2019 - 01:28 PM (IST)

वाराणसीः लोकसभा चुनाव में प्रचंड बहुमत हासिल करने के बाद सोमवार को पहली बार अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी पहुंचे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बीजेपी कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि कई राज्यों में हमारे सैकड़ों कार्यकर्ताओं की राजनीतिक विचारधारा के कारण हत्याएं हुई है। हमारे देश में राजनीतिक छुआछूत दिनों दिन बढ़ती जा रही है। कई जगह भाजपा का नाम लेते है ही अस्पृश्यता का माहौल बनाया जाता है। 


 

काशी तो अविनाशी है, काशी ने जो स्नेह और शक्ति मुझे दीः PM
पीएम मोदी ने कहा कि काशी की जनता का आर्शीवाद मेरे लिए अनोखा अनुभव है। मैं भी भारतीय जनता पार्टी का कार्यकर्ता होने के नाते पार्टी और कार्यकर्ता जो आदेश करते हैं उसका पालन करने का भरसक प्रयास करता हूं। एक मास पूर्व जब 25 तारीख को मैं यहां वाराणसी में था तब जिस आन-बान-शान के साथ काशी ने एक विश्वरूप दिखाया था और वो सिर्फ काशी या उत्तर प्रदेश को प्रभावित करने वाला नहीं था उसने पूरे हिन्दुस्तान को प्रभावित किया। काशी तो अविनाशी है, काशी ने जो स्नेह और शक्ति मुझे दी है, ऐसा सौभाग्य मिलना बहुत मुश्किल है। पूरे चुनाव अभियान को कार्यकर्ताओं ने चलाया। उन्होंने काशी के हर कार्यकर्ता, हर समर्थक का आभार व्यक्त किया। शायद ही कोई उम्मीदवार चुनाव के समय इतना निश्चिंत होता होगा, जितना मैं था। इस निश्चिंतता का कारण आपका परिश्रम और काशीवासियों का विश्वास था। नतीजे और मतदान दोनों समय मैं निश्चिंत था और बड़े मौज के साथ केदारनाथ में बाबा के चरणों में बैठ गया था।


पीएम बोले कि इस चुनाव में अलग-अलग दलों के साथी और निर्दलीय साथी जो मैदान में थे, उनका भी मैं आभार व्यक्त करता हूं कि उन्होंने पूरी गरिमा के साथ काशी के चुनाव अभियान को आगे बढ़ाया। मैं सभी अन्य उम्मीदवारों का मन से अभिनंदन करता हूं। पूरे देश में और सोशल मीडिया में यहां की बेटियों ने जो स्कूटी यात्रा निकाली उसकी बड़ी चर्चा है, स्कूटी पर बैठकर हमारी बेटियों ने पूरी काशी को अपने सिर पर बैठा लिया था। मैं काशी के संगठन से जुड़े लोगों का, हर कार्यकर्ता का और हर समर्थक का इस बात के लिए आभार करता हूं कि उन्होंने इस चुनाव को जय-पराजय के तराजू से नहीं तोला। उन्होंने चुनाव को लोक संपर्क, लोक संग्रह, लोक समर्पण का पर्व माना।


 

Ruby