चमोली आपदा पर DGP बोले-100 से 150 लोग लापता, 3 शव बरामद, 16 घायलों को किया गया रेस्क्यू

punjabkesari.in Sunday, Feb 07, 2021 - 04:08 PM (IST)

देहरादून/नई दिल्लीः उत्तराखंड के चमोली जिले की ऋषिगंगा घाटी में रविवार को हिमखंड के टूटने से अलकनंदा और इसकी सहायक नदियों में अचानक आई विकराल बाढ़ के कारण हिमालय की ऊंचाई वाले क्षेत्रों में भारी तबाही मची है।

उत्तराखंड के पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने बताया कि बाढ़ के बाद करीब 100-150 लोग लापता हैं। 3 शव मिले हैं और 16 घायलों को बचाया गया है। उन्होंने कहा, ‘‘स्थिति नियंत्रण में है। हालांकि तपोवन-रैणी में स्थित बिजली संयंत्र पूरी तरह से बह गया है।'' इससे पहले, राज्य के आपदा मोचन बल की डीआईजी रिद्धिम अग्रवाल ने कहा था कि ऋषिगंगा ऊर्जा परियोजना में काम करने वाले 150 से अधिक कामगार संभवत: इस प्राकृतिक आपदा से सीधे तौर पर प्रभावित हुए हैं। उन्होंने कहा था, ‘‘ऊर्जा परियोजना के प्रतिनिधियों ने मुझे बताया है कि परियोजना स्थल पर मौजूद रहे 150 कामगारों से उनका संपर्क नहीं हो पा रहा है।''

इस बीच, भारत तिब्बत सीमा पुलिस के प्रवक्ता ने कहा कि तपोवन एनटीपीसी ऊर्जा संयंत्र के परियोजना स्थल प्रभारी के मुताबिक 150 से अधिक श्रमिकों की मौत की आशंका है। आपदा में पहाड़ों से तेज गति से आ रही नदी के बहाव की राह में आने वाले घर बह गए हैं। बहाव से नीचे की ओर मौजूद इंसानी बस्तियों को नुकसान पहुंचने की आशंका है तथा अनेक गांवों को खाली करवा लिया गया है और लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बाढ़ से उत्पन्न स्थिति की समीक्षा की और राज्य के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत से बात कर हरसंभव सहायता का आश्वासन दिया।


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Nitika

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