‘लड़की हूं, लड़ सकती हूं'' और ‘गरीबी हटाओ'' युगांतकारी नारे: हरीश रावत

punjabkesari.in Wednesday, Feb 02, 2022 - 06:18 PM (IST)

नैनीताल/देहरादूनः कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा बुधवार को देहरादून दौरे पर पहुंची और उत्तर प्रदेश की तर्ज पर यहां भी ‘लड़की हूं, लड़ सकती हूंँ' के नारे के साथ अपने भाषण के दौरान महिलाओं को रिझाने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी।

कांग्रेस नेता हरीश रावत भी उनकी चाटुकारिता में पीछे नहीं रहे और उन्होंने उनके ‘लड़की हूँ, लड़ सकती हूँ के नारे को युगांतकारी बताने से गुरेज नहीं किया। वाड्रा ने अपने चुनावी घोषणा पत्र में महिलाओं के लिए कई घोषणाएं भी कीं। उन्होंने अपने संबोधन की शुरूआत ही महिलाओं के संघर्ष से की और कहा कि जीवन में सबसे अधिक संघर्ष महिलाओं को करना पड़ता है। महंगाई की मार का बोझ भी सबसे अधिक महिलाओं को झेलना पड़ता है। कोरोना महामारी के दौर में भी सबसे अधिक संघर्ष महिलाओं को करना पड़ा है। उन्होंने यह भी अन्य राजनीतिक दल महिलाओं के संघर्ष की बात तक नहीं करती हैं। सिफर् वही महिलाओं के संघर्ष को पहचानती हैं। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में तो हर 5 घंटे में एक महिला के साथ अत्याचार होता है। प्रदेश सरकार भी महिलाओं के लिए रोजगार के अवसर बढ़ाने में नाकाम रही है। यहां तक वह यह कहने में भी नहीं चूकी कि प्रदेश में आशा एवं आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के मानदेय में भी कोई बढ़ोतरी नहीं की गई और उप्र में तो मानदेय बढ़ाने की बात करने पर जेल में डाल दिया जाता है।

कांग्रेस महासचिव ने महिलाओं का हौसला बढ़ाते हुए कहा कि लड़की हो, लड़ सकती हो के नारे के साथ आगे बढ़ो और अपना हक मांगों। उन्होंने अपने घोषणा पत्र में महिलाओं के लिए भी कई घोषणाएं कीं और कहा कि रसोई गैस की सबसे अधिक मार महिलाओं को झेलनी पड़ती है। उन्होंने कहा कि अगर राज्य में उनकी सरकार आयी तो रसोई गैस के दाम 500 के अंदर रहेंगे। सरकार बाकी की भरपायी सब्सिडी से करेगी। उन्होंने आगे कहा कि उनकी सरकार प्रदेश में चार लाख रोजगार मुहैया करायेगी और इसका 40 प्रतिशत रोजगार महिलाओं को मुहैया कराया जाएगा। सरकारी बसों में महिलाओं को मुफ्त में यात्रा करने की अनुमति दी जाएगी।

आशा एवं आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं का मानदेय डेढ़ गुना किया जायेगा। अन्य घोषणाओं में उन्होंने कहा कि प्रदेश में पर्यटन को बढ़ावा दिया जाएगा। पर्यटन पुलिस का अलग से सृजन किया जाएगा। 5 लाख गरीब परिवारों को चालीस हजार रुपए की मदद प्रतिवर्ष दी जाएगी। साथ ही पहले साल 100 यूनिट बिजली मुफ्त दी जाएगी और अगले साल इसे 200 यूनिट किया जाएगा। इस दौरान पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी और प्रियंका गांधी की जमकर तारीफ करते हुए कहा कि दोनों की सोच एक जैसी है और दोनों ने देश को युगातंकारी नारे दिए हैं। उन्होंने कहा इंदिरा गांधी ने जहां ‘गरीबी हटाओ' का नारा दिया, वहीं उन्होंने प्रियंका गांधी के ‘लड़की हूँ, लड़ सकती हूँ' के नारे को युगातंकारी बताया। उन्होंने कहा कि इस नारे के भाव को समझने के लिये इसके मर्म को समझना होगा।

रावत ने अपने संबोधन में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी पर जोरदार हमला बोला और कहा कि अल्प समय में ही भाजपा के मुख्यमंत्री को खननप्रेमी मुख्यमंत्री की संज्ञा मिल गई। इस दौरान हालांकि कांग्रेस नेता प्रियंका की चाटुकारिता करने में भी पीछे नहीं रहे और मंच का संचालन कर रहे पूर्व केबिनेट मंत्री नव प्रभात ने तो उन्हें ‘शक्ति का प्रतीक' बताते हुए मंच पर संबोधन के लिए आमंत्रित किया। वाड्रा ने भी जनता तक पहुंचने के लिए अपने संबोधन में कहा कि उत्तराखंड से उनका पुराना नाता रहा है। उनके पिता, चाचा, उनके भाई और स्वयं उन्होंने यहीं से पढ़ाई की और यहां रही हैं। उन्होंने यहां तक कहा कि हरीश रावत के अनुभव से उन्होंने काफी कुछ सीखा है।


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Nitika

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