BHU में हिंसक घटनाओं से तनाव, बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात

punjabkesari.in Thursday, Dec 21, 2017 - 03:02 PM (IST)

वाराणसी: काशी हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) के एक छात्र नेता की कल गिरफ्तारी से विश्वविद्यालय परिसर में भड़की हिंसक घटनाओं के मामले की जांच कर रही पुलिस ने आज सीसीटीवी फुटेज के सहारे उपद्रवियों की तलाश शुरु कर दी है।  

इस बीच, बीएचयू के सूत्रों ने बताया कि आज कोई अप्रिय घटना की सूचना नहीं है, लेकिन कल से जारी तनाव को देखते हुए परिसर में प्रवेश दो प्रमुख मुख्य द्वारों पर पुलिस के आला अधिकारी एवं बड़ी संख्या में पीएसी एवं कई थानों की पुलिस के जवानों तैनात हैं। लंका स्थित मुख्य द्वार एवं नरिया स्थित द्वार के पास ऐतहियातन पुलिस के जवानों को तैनात किया गया है। सीर गोवर्धन और हैदराबाद गेटों पर भी विशेष सुरक्षा निगरानी की जा रही है। 

क्षेत्राधिकारी ए0 पी0 सिंह ने आज बताया कि बीएचयू प्रशासन की तहरीर के आधार पर पुलिस घटना की जांच कर रही है। फुटेज के आधार पर कुछ उपद्रवियों की पहचान की गई है और उसके बारे में अब आगे की जांच की जा रही है। 

बीएचयू सूत्रों ने बताया कि कल परिसर में हुई हिंसक घटनाओं के संदर्भ में बीएचयू प्रशासन ने एक तहरीर दी है, जिसमें गिरफ्तार छात्र नेता आशुतोष सिंह के समर्थक मामले जाने वाले 15 छात्रों को तोडफ़ोड़ एवं आगजनी के लिए जिम्मेवार ठहराया गया है।  

पुलिस ने बीएचयू में स्नात्कोत्तर के छात्र एवं गाजीपुर जिले के मिर्जापुर गांव निवासी आशुतोष को गिरख्तार किया था। उस पर लंका थाने में इस वर्ष के छह एवं वर्ष 2016 में एक सहित कुल सात आपराधिक मामले दर्ज हैं। पुलिस सूत्रों का कहना है कि कल आशुतोष की गिरफ्तारी के बाद उपद्रवियों ने विश्वविद्यालय के मुख्यद्वार पर पथराव कर सीसीटीवी कैमरे क्षतिग्रस्त कर दिये थे तथा परिसर में घूम-घूम कर बड़ी संख्या में वाहनों को निशाना बनाया। 

उन्होंने बीएचयू के प्रो0 श्रीप्रकाश शुक्ल की कार समेत लगभग छह चार पहिया वाहनों तथा कई अन्य वाहनों में तोडफ़ोड़ की थी, जबकि एक निजी स्कूल बस को आग के हवाले कर दिया था। विश्वविद्यालय की चीफ प्रॉक्टर प्रो0 रोयाना सिंह ने कल संवाददाताओं बीतचीत में बताया था कि समूहों में लगभग 120 उपद्रवियों द्वारा जगह-जगह हिंसक घटनाओं को अंजाम देने का आरोप लगाया था।