भगवा चोले में हमले को तैयार आतंकी, ISIS का ऑप्रेशन कृष्णा

punjabkesari.in Sunday, Apr 23, 2017 - 09:38 AM (IST)

लखनऊ: दुनिया के खूंखार आतंकवादी संगठन आई.एस.आई.एस. के आतंकी अब भगवा चोला पहनकर आतंक फैलाने की तैयारी में हैं। दरअसल आई.एस.आई.एस. के ऑप्रेशन कृष्णा में इन आतंकियों को स्वामी, साधु, नांगा बनने की ट्रेनिंग दी जा रही है और हिन्दू रीति-रिवाज को भी ये भली-भांति सीख रहे हैं। इसके अलावा ये आतंकी मंत्रोच्चार भी सीख रहे हैं। इसको लेकर मध्य प्रदेश के बाद यूपी में भी हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है। दरअसल यह अलर्ट मध्य प्रदेश इंटैलीजैंस ने यूपी पुलिस को जारी किया है।

खबर यह है कि आई.एस. आई.एस. के खुरासान मॉड्यूल की ओर से कम उम्र के आतंकियों को साधु और तांत्रिक वेश में प्रशिक्षित कर यू.पी. में उतार दिया गया है। यूपी में अलर्ट के बाद राज्य के सभी जिलों के पुलिस कप्तानों, डी.आई.जी. और एस.एस.पी. रेलवे को इसकी जानकारी दे दी गई है। आतंकी संगठन के इस ऑप्रेशन का नाम ऑप्रेशन कृष्णा बताया जा रहा है।

पुलिस को मिला है एक पत्र
आई.एस.आई.एस. के इन कारनामों की जानकारी पुलिस को भेजे गए एक खुफि या पत्र से मिली है जिसमें यह लिखा है कि आतंकवादी हिंदू धर्म के रीति-रिवाजों को सीखकर साधु-संतों के वेश में घुसपैठ कर बड़ी घटना की योजना बना रहे हैं। गौरतलब है कि 12 सितम्बर, 2014 को बिजनौर में हुए आई.ई.डी. विस्फोट के संबंध में खंडवा जेल से फरार सिमी के आतंकवादी हिंदू प्रतीक चिन्ह धारण करते थे।

मोदी-योगी की हत्या की साजिश
खुफिया खबरों के अनुसार लंदन में बैठे कुछ कश्मीरी आतंकी पीएम मोदी और मुख्यमंत्री योगी की हत्या की साजिश रच रहे हैं। खुफिया विभाग की ओर से मिली इस जानकारी के बाद इसको लेकर सिक्योरिटी अलर्ट जारी कर दिया गया है। खबर के मुताबिक यूपी में आतंक को अंजाम देने के लिए करीब एक दर्जन से अधिक प्रशिक्षित आतंकी राज्य में घुस चुके हैं।

यूपी की 2000 मस्जिदें-मदरसे राडार पर
पश्चिमी उत्तर प्रदेश की तकरीबन 2 हजार मस्जिदों और मदरसों पर खुफिया एजैंसियों की नजर है। यूपी पुलिस ने अलग-अलग इलाकों से जिन 5 युवकों को गिरफ्तार किया था उनमें से एक मोहम्मद फैजान नामक शख्स बिजनौर की एक मस्जिद का इमाम है। उससे मिली जानकारियों के आधार पर 20 संदिग्ध खुफिया एजैंसियों के राडार पर हैं। मोहम्मद फैजान की गिरफ्तारी के बाद सुरक्षा एजैंसियों को जो जानकारी मिली है उससे इस बात का शक गहरा हो रहा है कि युवाओं को गुमराह करने की साजिश रची जा रही है। इसके लिए आतंकी संगठनों के स्लीपर सैल काम कर रहे हैं।