लावारिस शव की बेइज्जती! 3 दिन तक सड़ता रहा शव, फिर युवक ने अकेले पीठ पर लादकर किया अंतिम संस्कार
punjabkesari.in Tuesday, Jun 03, 2025 - 10:07 AM (IST)

Jhansi News: उत्तर प्रदेश के झांसी जिले में लावारिस शव के अंतिम संस्कार के दौरान अमानवीयता की हदें पार हो गईं। 35 वर्षीय एक अज्ञात व्यक्ति का शव 3 दिन तक मेडिकल कॉलेज की मोर्चरी में लोहे के बॉक्स में पड़ा सड़ता रहा। जब शव से तेज दुर्गंध आने लगी तो उसे एंबुलेंस से श्मशान घाट भेजा गया। वहां एक अकेले युवक ने शव को अपनी पीठ पर लादकर चिता तक पहुंचाया और अंतिम संस्कार कर दिया। इस पूरी घटना का 2.37 मिनट का वीडियो वायरल होने के बाद प्रशासन और पुलिस में हड़कंप मच गया है।
3 दिन मोर्चरी में सड़ता रहा शव
बताया गया है कि 13 मई को 35 साल का एक बीमार युवक मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था। इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। चूंकि उसका कोई परिजन नहीं था, इसलिए शव को मोर्चरी में रख दिया गया। मेडिकल कॉलेज प्रशासन ने 28 मई को पुलिस को मेमो भेजकर सूचना दी, लेकिन उसके बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई। 3 दिन तक शव लोहे के बॉक्स में ही पड़ा रहा और सड़ने लगा। जब दुर्गंध बर्दाश्त के बाहर हो गई, तो शव को एंबुलेंस से बड़ागांव गेट स्थित मुक्तिधाम भेजा गया।
युवक ने अकेले किया अंतिम संस्कार
श्मशान घाट पर कोई पुलिसकर्मी मौजूद नहीं था। वीडियो में दिख रहा है कि एक युवक, जिसने अपना चेहरा और शरीर कपड़े से ढक रखा था, वह शव को गाड़ी से खींचकर बाहर निकालता है और पीठ पर लादकर लगभग 50 मीटर दूर स्थित चिता तक ले जाता है। वहां वह अकेले ही शव को चिता पर रखकर अंतिम संस्कार कर देता है।
वायरल वीडियो के बाद मचा हड़कंप
यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। इसके बाद पुलिस और मेडिकल कॉलेज प्रशासन हरकत में आया। अब इस मामले की 2 तरफा जांच की जा रही है। एक तरफ मेडिकल कॉलेज की लापरवाही की जांच हो रही है, दूसरी ओर पुलिस की गैर-मौजूदगी पर भी सवाल उठ रहे हैं।
नियमों की उड़ाई गई धज्जियां
नियमों के अनुसार, लावारिस शव की शिनाख्त ना होने पर पुलिस को शव के साथ एक सिपाही भेजना होता है, जो विधिवत अंतिम संस्कार कराए। लेकिन इस मामले में कोई सिपाही मौके पर मौजूद नहीं था।
प्रशासन का बयान
मेडिकल कॉलेज के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. सचिन माहुर ने कहा है कि शव के इतने दिनों तक पड़े रहने और नियमों के उल्लंघन को लेकर जांच करवाई जाएगी।