यूपी में बढ़ीं लूट, हत्या की घटनाएं, डर के साये में जी रहा आम आदमी: नसीमुद्दीन

punjabkesari.in Monday, Dec 12, 2016 - 08:19 PM (IST)

बागपत: बहुजन समाज पार्टी के महासचिव एवं पूर्व मंत्री नसीमुद्दीन सिद्दीकी ने कहा है कि केंद्र और प्रदेश की सरकार की किसान और मजदूर विरोधी नीति के चलते वे भुखमरी के कगार पर पहुंच गये हैं। बसपा नेता आज यहां टीकरी में पूर्व चैयरमैन नरेश राठी के पुण्यस्मरण दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि नोटबंदी के कारण किसान और मजदूर परेशान हैं। नोटबंदी के चलते जहां किसान अपने खेतों में बुआई नहीं कर पा रहे हैं वहीं मजदूरों को रोजगार नहीं मिल रहा है। केन्द्र एवं राज्य सरकार किसान और मजदूर विरोधी है। 

डर के साए में जी रहा आम आदमी
विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष सिद्दीकी ने कहा कि प्रदेश में भ्रटाचार, लूट, हत्या, बलात्कार की घटनाएं इस कदर बढ़ी हैं कि आम आदमी भय के साये में जी रहा है। किसान की फसल का वाजिब मूल्य रहा हो या मजदूर का रोजगार सभी पिछड़ता जा रहा है। वर्ष 2007 तक किसान के गन्ने का भाव 122 रूपये कुंतल हुआ करता था जो बसपा की सरकार बनी तो 280 रूपये तक पहुंच गया। इसके बाद किसान के गन्ने का भाव इस बार मात्र 40 रूपये की बढ़ोत्तरी कर किसानों को लुभाने का कार्य किया गया। बसपा ने किसानों को उनका बकाया ब्याज समेत दिलवाया था। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश की जनता को लाइन में खड़ा कर दिया है। काले धन के नाम पर गरीब जनता को परेशान किया जा रहा है।  

बसपा शासन में हुए सबसे ज्यादा विकास कार्य
सिद्दीकी ने कहा कि सूबे में मायावती शासन के दौरान सबसे अधिक विकास कार्य हुए हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश में चल रही समाजवादी पार्टी (सपा) सरकार हर मोर्चे पर विफल रही है। विकास कार्य ठप है। केवल विज्ञापनों में विकास चल रहा है। उन्होंने कहा कि सपा सरकार हर मोर्चे पर विफल रही है। किसान और मजदूर परेशान हैं। मिल मालिकों और सरकार की साठगांठ के चलते गन्ना बकाया भुगतान नहीं हो पा रहा है जिसके चलते किसान लगातार कर्ज में डूबता जा रहा है। 

नोटबंदी से सैंकड़ों लोग मर चुके
सिद्दीकी ने कहा कि अब प्रदेश की जनता बसपा की ओर देख रही है। प्रदेश में सबसे अधिक विकास कार्य बसपा सरकार के कार्य काल में हुए हैं। बसपा नेता ने कहा कि नोटबंदी केंद्र सरकार का अधूरा मिशन है। आधी अधूरी तैयारी के कारण आम जनता को परेशानी उठानी पड़ रही है। नोटबंदी के कारण देश में अब तक सैकड़ों लोगों को अपनी जान से हाथ धोना पड़ा है। आने वाले चुनावों में जनता इसका जवाब देगी। इस मौके पर राजबाला चौधरी, रमेश चंद आर्य, धर्म सिंह, पूर्व विधायक सत्येन्द्र सोलंकी, विधायक लोकेश दीक्षित समेत अनेक कार्यकत्र्ता मौजूद थे। 

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