विपक्ष का सरकार पर हमला, कहा-बिना तैयारी नोटबंदी से आम जनता परेशान

punjabkesari.in Wednesday, Nov 16, 2016 - 05:34 PM (IST)

नई दिल्ली: नोटबंदी के सरकार के फैसले से देश के आम लोगों विशेषकर गरीबों, ग्रामीणों, महिलाओं और किसानों पर व्यापक प्रभाव पडऩे का दावा करते हुए विपक्ष ने आज आरोप लगाया कि समुचित तैयारी के बिना यह बड़ा कदम उठाने के चलते न केवल देश में आर्थिक अराजकता की स्थिति पैदा हो गई बल्कि पूरी दुनिया में यह संदेश गया कि भारतीय अर्थव्यवस्था में काले धन का बोलबाला है। विपक्ष ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर आम जनता की समस्याओं के प्रति संवेदनहीन होने का आरोप भी लगाया। 

कालेधन की परिभाषा बताए केंद्र सरकार-कांग्रेस  
राज्यसभा में आज शीतकालीन सत्र के पहले दिन नोटबंदी और इससे आम जनता को हो रही परेशानी के मुद्दे को लेकर कार्यस्थगन प्रस्ताव पर चर्चा को शुरू करते हुए कांग्रेस के उपनेता आनंद शर्मा ने कहा ‘‘सरकार सबसे पहले यह बताए कि काले धन की परिभाषा क्या है।’’ उन्होंने कहा कि 8 नवंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्र के नाम संदेश में 500 रूपये और 1000 रूपये के नोटों को मध्य रात्रि से अमान्य किए जाने का ऐलान किया। ‘‘स्वतंत्र भारत के इतिहास में पहली बार प्रधानमंत्री ने राष्ट्र के नाम संदेश के माध्यम से इतने बड़े फैसले की जानकारी दी।’’ 

उन्होंने कहा ‘‘प्रधानमंत्री ने राष्ट्र के नाम संबोधन में कहा था कि काले धन, आतंकवाद पर रोक के लिए यह कदम जरूरी है। रूपये का उपयोग आतंकवादी भी कर रहे हैं और जाली मुद्रा भी चलन में है। इसलिए यह कदम जरूरी है।’’ शर्मा ने कहा कि जब यह ऐलान किया गया तब देश में 16 लाख 63 हजार के करेंसी नोट चलन में थे और इनमें से 86.4 फीसदी राशि 500 और 1000 रूपये के नोटों की थी। सबसे बड़ा सवाल यह है कि क्या यह 86.4 फीसदी पैसा कालेधन का था जो बाजार में लगा था।’’  

बीजेपी ने अपना काला धन किया सफेद-मायावती 
सत्र में बसपा सुप्रीमो मायावती ने नोटबंदी पर केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि बीजेपी ने अपना काला धन सफेद कर लिया और लोगों को मुसीबत में डाल दिया है। मायावती ने सदन में इस मामले की जांच संयुक्त संसदीए कमेटी से कराने की मांग की। 

देश की जनता परेशान-रामगोपाल  
वहीं सपा से निष्कासित सांसद रामगोपाल यादव ने भी मोदी पर हमला करते हुए कहा कि ‘प्रधानमंत्री को सोचना चाहिए की जब उनकी मां को लाइन में लगने के लिए मजबूर होना पड़ा तो सोचिए आम लोगों का क्या हाल होगा। स्थिति भयावह हैं।’ उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार के अचानक लिए गए नोटबंदी के फैसले से देश की जनता परेशान है। बैंकों के बाहर लाइन में लगे लोगों के पास ब्‍लैकमनी नहीं है। अगर ब्‍लैकमनी आया है तो सरकार खुलासा करे कि कौन लेकर आया है। देश में 10-12 पर्सेंट लोगों के पास 90 फीसदी पूंजी है, लेकिन वो लोग लाइन में नहीं लगे हैं।

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