उत्तर प्रदेश की सत्ता पर कब्जा जमाने के लिये कल दिल्ली में मंथन करेगी बसपा

punjabkesari.in Saturday, Dec 10, 2016 - 03:43 PM (IST)

लखनऊ: उत्तर प्रदेश में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव की घोषणा चुनाव आयोग द्वारा दो सप्ताह के भीतर किये जाने की संभावना को देखते हुए बहुजन समाज पार्टी (बसपा) अध्यक्ष मायावती ने प्रदेश के पदाधिकारियों की बैठक कल दिल्ली में बुलायी है।

केन्द्र सरकार के नोटबंदी के आदेश के मद्देनजर बसपा अध्यक्ष ने पार्टी पदाधिकारियों, विधायकों तथा संसद सदस्यों की पहली समीक्षा बैठक बुलायी है। पार्टी प्रदेश में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव में पूर्ण बहुमत हासिल करने के लिये अपना सब कुछ झोंकने की तैयारी में जुटी है। 

पार्टी प्रत्याशियों की सूची को अन्तिम रूप देने और चुनाव की तैयारियों के बारे में यह महत्वपूर्ण बैठक होगी हांलाकि पार्टी ने पहले ही सभी 403 सीटों के लिये प्रत्याशियों की घोषणा कर दी है। परंपरा के अनुसार बसपा अध्यक्ष के लखनऊ में रहने के दौरान ही पार्टी की बैठक होती रही है। उनके लखनऊ से बाहर रहने पर प्रत्येक माह की 10 तारीख को पार्टी के बसपा के वरिष्ठ नेता की देखरेख में होती है। 

पार्टी सूत्रों ने आज यहां बताया कि मायावती ने सभी को-आर्डिनेटरों से दिल्ली में रिपोर्ट करने को कहा है। बसपा अध्यक्ष ने को-आर्डिनेटरों के अलावा पार्टी के विधायकों, संसद सदस्यों को भी बैठक में शामिल होने का आदेश दिया है। बसपा अध्यक्ष ने केन्द्रीय चुनाव आयोग द्वारा उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद द्वारा फरवरी-मार्च में घोषित हाईस्कूल और इंटरमीडिएट परीक्षा तिथियों में रोक लगाने के बाद यह फैसला लिया है।

पार्टी सूत्रों ने बताया कि बसपा अध्यक्ष ने नोटबंदी के आदेश के बाद के हालात का जायजा लेने के लिये बैठक बुलायी है। चुनाव के दौरान पार्टी एजेंडा तथा प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में क्या रणनीति होगी, इस पर विचार किया जायेगा। पार्टी राज्यसभा सांसद सतीश मिश्रा और एमएलसी नसीमुद्दीन सिद्दीकी नोटबंदी को लेकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को निशाना बनायेंगे।

पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने बताया कि सतीष मिश्रा और सिद्दीकी नोटबंदी को लेकर दुश्वारियों का मामला अगले कुछ दिनों तक अपनी जनसभाओं के जरिये उठायेंगे। मिश्र आगामी 11 दिसंबर को जगदीशपुर में जबकि सिद्दीकी मुजफ्फरनगर और मेरठ में 12 तथा 13 दिसंबर को जनसभा करेेगें। सूत्रों ने बताया कि बसपा अध्यक्ष मायावती पार्टी से चुनाव लड़ रहे प्रत्याशियों के प्रदर्शन के बारे में आंकलन करेंगी। पार्टी कुछ प्रत्याशियों को बदल भी सकती है। बसपा अध्यक्ष जातीय समीकरण बैठाने के लिये मुस्लिम प्रत्याशियों के चयन के बारे में भी समीक्षा करेगी। इसका आंकलन विपक्षी पार्टियों के प्रत्याशियों के चयन के बाद किया जायेगा। पार्टी पश्चिमी उत्तर प्रदेश में कई सीटों से मुस्लिम प्रत्याशियों को चुनाव मैदान में उतारने की तैयारी में है। 

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