यूपी बोर्डः मूल्यांकन के लिए शिक्षकाें ने खोली कॉपी, देखकर रह गए हैरान

punjabkesari.in Tuesday, Mar 20, 2018 - 03:22 PM (IST)

फिराेजाबाद (प्रशांत उपाध्याय)-उत्तर प्रदेश माध्यमिक बोर्ड की 12वीं परीक्षा की कॉपियों का मूल्यांकन फिरोजाबाद के तिलक इंटर कॉलेज में चल रहा है। हैरानी की बात ताे यह है कि इन कॉपियों में सवालों के जवाब कम और नोट ज्यादा निकल रहे हैं। इतना ही नहीं किसी ने अपनी दर्द भरी दास्तान लिखी है तो किसी ने गरीबी का रोना राेया है। कापी ने राजनेताआें का नाम न हाे एेसा कैसे हाे सकता है। कुछ ने जहां अखिलेश यादव जिंदाबाद के नारे लिखे हैं ताे किसी ने माेदी सरकार काे काेसा है। छात्राें के इस कारनामे से शिक्षक भी हैरान हैं। 

दरअसल उत्तर प्रदेश सरकार की शक्ति के चलते नकल करने वाले छात्रों की क़यामत सी आ गई है। लाखों छात्राें ने पेपर ही छाेड़ दिया। कुछ ने पेपर छाेड़ने की बजाय पेपर देने का फैसला लिया। उन्हें शायद यह उम्मीद थी कि पेपर हाल में अपनी याेजना काे पूरा करेंगे लेकिन कैमरे लगे हाेने की वजह से उनके इस मंसूबाें पर भी पानी फिर गया। सख्ती के बावजूद भी छात्राें ने पास हाेने की तरकीब निकाली। छात्राें ने शिक्षकाें काे रिझाने के लिए कापी में 50-100 के नाेट रखे दिए। उन्हें उम्मीद थी कि शायद इसी वजह से वह पास हाे जाएं, लेकिन बात नहीं बनी। पैसे भी गए आैर नंबर भी नहीं मिले। 

दर्द भरी दास्तान भी किया बयां
कई छात्राें ने ताे कापी में ही अपनी दर्द भरी दास्तान काे बयां कर दिया। एक ने लिखा सर जी, मेरी तबियत ज्यादा खराब हाेने के कारण मैंने साफ नहीं लिखा। कृपया करके मुझपर दया करें, मैं बहुत गरीब हूं।

हमें बच्चों के इन पैसों से कोई फर्क नहीं पड़ता-शिक्षक राजेश कुमार
शिक्षक राजेश कुमार का कहना है कि मुझे और मेरे कई साथियों के पेपरों में 50 और 100 रुपए निकले हैं। इससे अनुमान लगाया जा सकता है कि बच्चों ने कुछ भी पढ़ा नहीं है। पैसे रखकर वो लालच देना चाहते हैं ताकि हम उन्हें पास कर दें। हम लालच में नहीं आ रहे हैं। जो बच्चों ने लिखा है हम उसी के आधार पर नंबर दे रहे हैं। हमें बच्चों के इन पैसों से कोई फर्क नहीं पड़ता।
 
 

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