यूपी निकाय चुनाव: बीजेपी ने पहले चरण के लिए 25 मुस्लिम कैंडिडेट काे मैदान में उतारा

punjabkesari.in Sunday, Nov 05, 2017 - 02:19 PM (IST)

लखनऊः यूपी नगर निकाय चुनाव में बीजेपी ने पहले चरण के लिए 25 मुस्लिम उम्मीदवाराें काे मैदान में उतारा है। चुनावों के दूसरे और तीसरे चरण के लिए संख्या काफी बढ़ गई है जो कि उत्तर प्रदेश के ज्यादातर जिलों को कवर करेगी।

लखनऊ की मलहिदाबाद नगर पंचायत के लिए पार्टी ने पांच मुस्लिम उम्मीदवारों को टिकट दिया है। इनमें तीन महिला प्रत्याशी भी हैं। पार्टी ने ज्यादातर निवर्तमान पार्षदों पर विश्वास जताया है. निवर्तमान पार्षदों या उनके फैमिली मेंबर्स को टिकट दिया गया है। हालांकि आधा दर्जन से अधिक निवर्तमान पार्षदों के टिकट काट दिए गए हैं।

सबका साथ, सबका विकास के तहत हुआ टिकट का बंटवारा-बीजेपी 
वहीं जब मुस्लिमों को टिकट देने के बारे में बीजेपी प्रवक्ता चन्द्रमोहन सिंह से बात की गई तो उन्होंने कहा, ‘पार्टी ने ‘सबका साथ-सबका विकास’ के तहत टिकट का बंटवारा किया है।’

बीजेपी में शामिल निवर्तमान पार्षदों को भी टिकट
पिछले इलेक्शन में निर्दलीय व अन्य दलों से चुनाव जीते और बाद में बीजेपी में शामिल निवर्तमान पार्षदों को भी टिकट दिया है। इनमें वार्ड 13 पुराना कानपुर से मदनबाबू, वार्ड 40 विष्णुपुरी से महेन्द्र नाथ पाण्डेय पप्पू, वार्ड 52 गीता नगर से धीरू त्रिपाठी, वार्ड 92 किदवई नगर दक्षिण से प्रमोद जायसवाल और वार्ड 93 गोविन्द नगर उत्तरी से नवीन पंडित हैं।

कई मौजूदा कारपोरेटर्स को नहीं दिया गया टिकट 
अधिकतर निवर्तमान पार्षद या उनके फैमिली मेंबर्स को टिकट देने के साथ कई मौजूदा कारपोरेटर्स को टिकट नहीं दिया गया है। दो बार कलक्टरगंज वार्ड से चुनाव जीते निवर्तमान पार्षद रमापति झुनझुनवाला है। रमापति के अलावा चटाई मोहाल से निवर्तमान पार्षद वीरेन्द्र कुमार शर्मा का टिकट भी काटा गया है। रविदासपुरम से मौजूदा पार्षद मनीष शर्मा को भी टिकट नहीं मिला है। इसकी वजह रतनलाल वार्ड से मनीष शर्मा के अलावा निवर्तमान पार्षद आलोक शुक्ला की दावेदारी मानी जा रही है. दो निवर्तमान पार्षदों में खींचतान का फायदा पार्टी के क्षेत्रीय उपाध्यक्ष आनन्द राजपाल की बेटी विधी राजपाल को मिला। इनके अलावा टिकट कटने वालों में निवर्तमान पार्षदों में दानाखोरी से कैलाश नाथ पांंडेय और किदवई नगर से मौजूदा पार्षद रीता शास्त्री शामिल हैं। मेयर की सीट महिला होने की वजह से रीता शास्त्री महापौर पद के चुनाव के लिए टिकट मांग रही है। वहीं निवर्तमान पार्षद सत्येन्द्र मिश्रा ने दावेदारी नहीं की थी।