एेसा क्या हो गया कि पुलिस को भी 'काली पट्टी' बांधकर दर्ज करना पड़ा अपना विरोध

punjabkesari.in Friday, Aug 04, 2017 - 05:29 AM (IST)

लखनऊः अपनी मांगों को लेकर सरकार के तमाम महकमे को धरना-प्रदर्शन करते कई दफा देखा होगा। पुलिस वालों के बारे में कभी नहीं सुना होगा। पुलिस और प्रर्दशन की बात कुछ अटपटा जरूर लगती है लेकिन सत्य है। वेतन विसंगति दूर करने सहित कई मांगों को लेकर पुलिस का रोष गुरुवार को सामने आ गया। कई जिलों में पुलिसकर्मियों ने बांह पर काली पट्टी बांधकर कार्य किया। इससे पहले सोशल मीडिया पर कई दिनों से एक अक्टूबर को विरोध दिवस के रूप में मनाए जाने के संदेश वायरल हो रहे थे। 

वॉट्सएप पर गुरुवार को विरोध की तस्वीरें और संदेश दिनभर वायरल होते रहे। बात दें, हाल ही में कुछ समय पहले सीमावर्ती राज्य उत्तराखंड में भी पुलिसकर्मियों ने इसी प्रकार से अपना विरोध दर्ज कराया था। 

गृह विभाग के प्रमुख सचिव देवाशीष पंडा ने कहा कि पुलिसकर्मियों की वेतन विसंगति का मामला सरकार के संज्ञान में है। इसे दूर करने का प्रयास किया जा रहा है। सोशल मीडिया में वायरल हो रहे संदेशों में दारोगा व सिपाही की वेतन विसंगति को दूर करने व कार्य की अवधि निर्धारित किए जाने की मांग की जा रही थी। 

एक साल में 365 दिन ड्यूटी के बदले महज एक माह का अतिरिक्त वेतन दिए जाने के मुद्दे सहित अन्य मांगों को लेकर विरोध के संदेश लगातार प्रसारित हो रहे थे। मुख्य रूप से दारोगा का पे ग्रेड 4600 से बढ़ाकर 4800 तथा सिपाही का पे ग्रेड 4200 से बढ़ा कर 4600 रुपये किए जाने की मांग की जा रही है। इन मांगों को लेकर प्रतापगढ़, बाराबंकी, कानपुर, बरेली, मेरठ, चंदौली, गोरखपुर, मैनपुरी, श्रावस्ती, रायबरेली, एटा सहित कई जिलों में पुलिसकर्मियों ने अपना विरोध जताया। 

राजधानी में कोई भी पुलिसकर्मी काली पट्टी बांध कर काम करता नहीं नजर आया। प्रतापगढ़ पुलिस लाइंस मेस में मांगों के समर्थन में ज्यादातर जवानों ने खाना नहीं खाया। वाराणसी में पुलिस लाइन में पुलिसकर्मियों ने काली पट्टी बांधकर विरोध जताया। 

एसएसपी ने बताया कि काली पट्टी बांधकर विरोध करने वाले पुलिसकर्मियों को चिह्नित किया जा रहा है। उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। बस्ती में पुलिस कार्यालय से लेकर डीआइजी कार्यालय के अलावा थानों और पेशी कार्यालयों में काली पट्टी बांधकर पुलिसकर्मी काम करते नजर आए। 

सहारनपुर में अराजपत्रित पुलिस कल्याण संस्थान व वेलफेयर सोसायटी के बैनर तले सिपाहियों ने काली पट्टी बांध कर ड्यूटी की। सोसायटी के पदाधिकारी सिपाहियों ने बताया कि सिर्फ उत्तर प्रदेश के सिपाहियों को छोड़ बाकी राज्यों के सिपाही का वेतनमान समय-समय पर बढ़ता जा रहा है, मगर यहां कुछ नहीं हो रहा है।