सीट बंटवारे को लेकर घमासान: नाराज कुशवाहा ने दिया मंत्रिपद से इस्तीफा

punjabkesari.in Monday, Dec 10, 2018 - 01:19 PM (IST)

पटना: सीट बंटवारे को लेकर बिहार की राजनीति में घमासान मचा हुआ है। 2019 के चुनाव में दो से ज्यादा सीटें नहीं मिलने के संकेतों के बाद से नाराज चल रहे रालोसपा प्रमुख व केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा के मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है। कुशवाहा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अपना इस्तीफा भेज दिया है। कुशवाहा ने पीएम मोदी को एक पत्र भी लिखा है, जिसमें उन्होंने कहा है कि मैंने काफी उम्मीदों के साथ आपके नेतृत्व में एनडीए का साथ पकड़ा था। मेरा किसी और से गठबंधन नहीं था। 2014 के लोकसभा चुनाव में आपने बिहार के लोगों से जो भी वादे किए थे उसी को देखते हुए मैंनै अपना समर्थन बीजेपी को दिया, लेकिन वो वादे पूरे नहीं हो सके। 

बता दें कि, सीट शेयरिंग पर जो फॉर्मूला तैयार हुआ था, उस पर कुशवाहा सहमत नहीं थे। कुशवाहा के मुताबिक, गठबंधन में उन्हें कम सीटें मिल रही हैं। कुशवाहा का कहना है कि रालोसपा ने 2014 में 4 सीटों पर चुनाव लड़ा था, जिसमें 3 सीटों पर जीत हुई थी। जिसके चलते वो इस बार 3 सीटों से कम पर चुनाव नहीं लड़ेंगे। इस सिलसिले में कुशवाहा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह से मुलाकात करने की कोशिश भी की थी, लेकिन उन्हें मिलने का समय नहीं दिया गया।

इससे पहले मोतिहारी में पार्टी के खुले अधिवेशन में कुशवाहा ने सीएम नीतीश कुमार पर जमकर हमला बोला था। इस दौरान उन्होंने रामधारी सिंह दिनकर की कविता पढ़ते हुए कहा था कि सिर्फ पांच ग्राम मांगा था वो भी नहीं मिला। कुशवाहा ने कहा था कि बिहार में बीजेपी जुमलेबाजों की पार्टी बन गई है। बिहार बीजेपी के नेता नीतीश कुमार के सामने नतमस्तक हो गए हैं। बीजेपी और नीतीश कुमार ने जो व्यवहार रालोसपा के साथ किया है उससे हमें बहुत ठेस पहुंची है।

उन्होंने कहा कि मैं सीएम नीतीश की बहुत इज्जत करता हूं, लेकिन उन्होंने मुझे नीच कहा जिससे मुझे बहुत दुख हुआ। हमारी पार्टी ने हमेशा राज्य के लोगों के हित में सोचा है, अगर इस कारण से हम नीच हैं तो हमें नीच होना मंजूर है। कुशवाहा ने कहा कि उन्होंने जिन पर भरोसा किया वहीं लोग आज बदल गए हैं। बिहार की जो स्थिति 15 साल पहले थे आज भी वैसी ही स्थिति दोबारा कायम हो गई है।

 

Deepika Rajput